Delhi Crime: क्राइम ब्रांच ने मोबाइल टावरों के उपकरणों की चोरी में शामिल अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया
क्राइम ब्रांच ने मोबाइल टावरों के उपकरणों की चोरी में शामिल अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
क्राइम ब्रांच ने मोबाइल टावरों से रिमोट रेडियो यूनिट्स (RRU), बेस बैंड यूनिट्स (BBU), बैटरी और अन्य उपकरणों की चोरी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया है।
इंटेलिजेंस सर्विलांस सेल (ISC), सेंट्रल रेंज (CR), साइबर सेल, और ईस्टर्न रेंज-I (ER-I) द्वारा की गई कई समन्वित ऑपरेशनों में कुल 52 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। इस ऑपरेशन में 414 RRU, 110 BBU, 161 जियो बैटरी और RRU परीक्षण मशीनें बरामद की गईं, जिनकी कुल कीमत 10 करोड़ रुपये से अधिक है।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों को 5,000 से अधिक RRU चुराने का दोषी ठहराया गया है, जिन्हें विदेश भेजने का आरोप है, जिनकी कीमत लगभग 65 करोड़ रुपये बताई जा रही है। अधिकारियों ने विभिन्न राज्यों में दर्ज 256 चोरी के मामलों का समाधान किया है।
पृष्ठभूमि
ये गिरफ्तारियां दिल्ली/एनसीआर और उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, पंजाब, झारखंड, असम और पश्चिम बंगाल जैसे कई अन्य राज्यों में गिरोह के संचालन की विस्तृत जांच के बाद की गईं। चोरी किए गए उपकरण मोबाइल नेटवर्क संचालन के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि RRU ट्रांसीवर के रूप में कार्य करते हैं जो टेक्स्ट संदेश भेजने और अन्य सेवाओं को सक्षम बनाते हैं। BBU सिग्नल को प्रोसेस करता है ताकि वॉयस कॉल और इंटरनेट डेटा जैसी सेवाओं के लिए उपयोग किया जा सके, जिससे ये दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के लिए आवश्यक घटक बन जाते हैं।
इन चोरी के मामलों के बाद, मोबाइल ऑपरेटरों को अक्सर भारी नुकसान उठाना पड़ता है, क्योंकि उन्हें सेवाएं बहाल करने के लिए चोरी हुए उपकरणों को फिर से लगाना पड़ता है।
शामिल टीमें
इस ऑपरेशन में कई समर्पित टीमों ने भाग लिया:
- इंटेलिजेंस सर्विलांस सेल (ISC) और क्राइम ब्रांच टीम: इंस्पेक्टर शिवराज सिंह बिष्ट की अगुवाई में, जिसमें उप-निरीक्षक और मुख्य कांस्टेबल शामिल हैं।
- सेंट्रल रेंज, क्राइम ब्रांच टीम: इंस्पेक्टर की अगुवाई में, जिसमें विभिन्न रैंक के पुलिसकर्मी शामिल हैं।
- साइबर सेल, क्राइम ब्रांच टीम: इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह की अगुवाई में, जो साइबर संबंधी जांच पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
- ईस्टर्न रेंज-I, क्राइम ब्रांच टीम: इंस्पेक्टर लिछमन की अगुवाई में, जो गिरोह के खिलाफ कार्रवाई के लिए समन्वय कर रही है।
इस सफल ऑपरेशन ने संगठित अपराध से निपटने और सार्वजनिक सुरक्षा की रक्षा में विभिन्न पुलिस इकाइयों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों की प्रभावशीलता को उजागर किया है।