चार नए विद्युत उपकेंद्र बनाने का प्रस्ताव
चार नए विद्युत उपकेंद्र बनाने का प्रस्ताव
अमर सैनी
नोएडा। विद्युत निगम ने प्राधिकरण को चार नए विद्युत उपकेंद्र बनाने का प्रस्ताव दिया है। सेक्टर-68, 75, 78 और 121 में 33/11 केवी उपकेंद्र बनाने की मांग की गई है। ताकि, अगले साल गर्मियों में उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति मिल सके। विद्युत निगम के अनुसार, वर्तमान में इन चारों सेक्टरों को सेक्टर-67, 72, 78 और सेक्टर-122 के 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्रों से बिजली आपूर्ति की जा रही है।
ये चारों उपकेंद्र 92 से 96 प्रतिशत लोड पर चल रहे हैं। आने वाली गर्मियों में ये चारों विद्युत उपकेंद्र बढ़े हुए लोड को सहन नहीं कर पाएंगे। इससे उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना करना पड़ेगा। इन चारों सेक्टरों में 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्रों की अत्यंत आवश्यकता है। विद्युत निगम ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते चारों सेक्टरों में विद्युत सबस्टेशन नहीं बनाए गए तो आने वाली गर्मियों में उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति नहीं मिल पाएगी। विद्युत कटौती के साथ-साथ इन चारों सेक्टरों में रहने वाले लोगों के लिए विद्युत निगम के लिए चुनौती भी बढ़ जाएगी। विद्युत निगम सेक्टर 68, 75, 78 और 121 में 33/11 केवी विद्युत सबस्टेशन बनाने के लिए प्राधिकरण से चार बार मांग कर चुका है। प्राधिकरण इसे लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा है। जबकि इन चारों सेक्टरों को विद्युत आपूर्ति करने वाले विद्युत सबस्टेशन पहले से ही ओवरलोड हैं। यदि आने वाली गर्मियों में विद्युत लोड बढ़ा तो ये चारों सबस्टेशन आपूर्ति नहीं दे पाएंगे।
70 प्रतिशत लोड
विद्युत निगम के नियमों के अनुसार विद्युत सबस्टेशनों को 70 प्रतिशत क्षमता पर ही चलाया जाता है। विशेष परिस्थितियों में ही विद्युत सबस्टेशनों को 70 प्रतिशत से अधिक क्षमता पर चलाया जाता है। सामान्य परिस्थितियों में सेक्टर-67, 72, 78 और सेक्टर-122 के 33/11 केवी बिजली सबस्टेशन 92 से 96 फीसदी क्षमता पर चलाए जा रहे हैं।
चार सेक्टरों की 75 हजार आबादी को मिलेगा लाभ
बिजली निगम के अधिकारियों के अनुसार सेक्टर-68, 75, 78 और सेक्टर-121 में बिजली सबस्टेशन बनने से चारों सेक्टरों की 75 फीसदी आबादी को लाभ मिलेगा। सेक्टर-68 औद्योगिक क्षेत्र में आता है। जबकि सेक्टर-75, 78 और सेक्टर-121 बहुमंजिला सोसायटी हैं। इन तीनों सेक्टरों में 30 से अधिक हाईराइज सोसायटी हैं, जिनमें 35 हजार से अधिक फ्लैट बने हुए हैं।बिजली निगम के अनुसार इन चारों सेक्टरों में करीब 75 हजार आबादी को लाभ मिलेगा
वर्जन
प्राधिकरण से चार नए बिजली सबस्टेशन बनाने की मांग की गई है। इनके न बनने पर आने वाली समस्याओं के बारे में भी संबंधित अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। यदि चारों विद्युत उपकेंद्र नहीं बने तो आने वाली गर्मियों में निर्बाध आपूर्ति उपलब्ध कराना निगम के लिए बड़ी चुनौती होगी।
-विवेक कुमार पटेल, अधीक्षण अभियंता, विद्युत निगम।