
Capgemini Acquisition WNS: Capgemini ने भारत की प्रमुख BPO कंपनी WNS को ₹27,000 करोड़ में खरीदा। यह डील BPO इंडस्ट्री को AI युग में नए सांचे में ढालने की रणनीति का हिस्सा है।
Capgemini Acquisition WNS: ₹27,000 करोड़ कैश में हुई साल की सबसे बड़ी टेक डील, BPO इंडस्ट्री में क्रांति की तैयारी
दुनिया की अग्रणी टेक और कंसल्टिंग कंपनी Capgemini ने भारत आधारित BPO कंपनी WNS Global Services को $3.3 बिलियन (₹27,000 करोड़) में पूरी तरह कैश डील के तहत अधिग्रहित कर लिया है। यह डील सिर्फ फाइनेंशियल नहीं, बल्कि BPO इंडस्ट्री को AI युग में नया रूप देने की रणनीतिक चाल मानी जा रही है।
Capgemini Acquisition WNS: Capgemini का रेवेन्यू होगा और मजबूत
इस अधिग्रहण से Capgemini का 2024 का कुल रेवेन्यू €22.1 बिलियन से बढ़कर €23.3 बिलियन हो जाएगा। इसका असर कंपनी की कमाई (EPS) पर सीधे तौर पर दिखेगा:
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2026 तक EPS ग्रोथ: 4% (AI इंटीग्रेशन से पहले)
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2027 तक EPS ग्रोथ: 7% (AI, ऑटोमेशन और ऑपरेशनल सिंर्जीज़ के बाद)
Capgemini Acquisition WNS: WNS की ताकत – इंडस्ट्री वर्टिकल में गहरी पकड़
WNS आठ प्रमुख सेक्टर्स में विशेषज्ञता रखती है और उसके पास लॉन्ग-टर्म क्लाइंट्स की मजबूत सूची है।
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FY25 अनुमानित रेवेन्यू: €1.2 बिलियन
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ऑपरेटिंग मार्जिन: 18.7%
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FY26 रेवेन्यू ग्रोथ टारगेट: 7–11%
यह कंपनी मुख्य रूप से अमेरिका और यूरोप के फाइनेंस, हेल्थकेयर, ट्रैवल, रिटेल, इंश्योरेंस जैसे वर्टिकल्स में सक्रिय है, जिससे Capgemini को वर्टिकल स्केल और प्रोसेस एक्सपर्टीज़ दोनों मिलेंगे।
Capgemini Acquisition WNS: AI और ऑटोमेशन से कैसे बदलेगा खेल?
UBS की रिपोर्ट बताती है कि AI बीपीओ इंडस्ट्री के लिए एक खतरा और अवसर दोनों है। पारंपरिक “लोग-आधारित सर्विस डिलीवरी” को अब “इंटेलिजेंट ऑटोमेशन” में बदला जा रहा है।
Capgemini की रणनीति यह है कि वह:
“WNS की वर्टिकल नॉलेज को अपने AI सिस्टम्स से जोड़कर एक Next-Gen Intelligent Operations Platform बनाए।”
जिससे AI + Human Expertise का सही तालमेल बनाया जा सके।
Capgemini Acquisition WNS: डील से क्या फायदे होंगे?
संभावित फायदे:
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€100–140 मिलियन तक की रेवेन्यू ग्रोथ 2027 तक
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€50–70 मिलियन का सालाना कॉस्ट सेवर
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Capgemini का AI और क्लाउड में दबदबा और WNS का डोमेन एक्सपर्टीज़ मिलकर एक इनोवेटिव डिलीवरी प्लेटफॉर्म बना सकते हैं।
Capgemini का मकसद सिर्फ स्केल नहीं, BPO को फिर से परिभाषित करना
Capgemini की यह डील केवल बिजनेस एक्सपेंशन नहीं है, बल्कि BPO को “AI-ड्रिवन फ्यूचर” में बदलने की एक बड़ी रणनीति है। WNS जैसी भारतीय कंपनी की विशेषज्ञता, विशेष रूप से वर्टिकल फोकस और क्लाइंट ट्रस्ट, Capgemini के AI और डिजिटल स्ट्रेंथ से मिलकर इंडस्ट्री में गेमचेंजर साबित हो सकती है।
Capgemini Acquisition WNS डील भारत के टेक परिदृश्य और वैश्विक BPO उद्योग के लिए एक बड़ा मोड़ है। ₹27,000 करोड़ की यह नकद डील सिर्फ साल की सबसे बड़ी टेक डील नहीं, बल्कि यह दर्शाती है कि कैसे वैश्विक कंपनियां अब AI और इंडस्ट्री नॉलेज के कॉम्बिनेशन को भविष्य का रास्ता मान रही हैं। आने वाले वर्षों में यह डील Capgemini को BPO और डिजिटल सर्विसेज़ दोनों में और आगे ले जा सकती है।
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