आयुष चिकित्सा लाभ देने में आनाकानी करने वाले स्वास्थ्य बीमा प्रदाता पर कसेगी नकेल
- केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने स्वास्थ्य बीमा कंपनियों और अस्पताल मालिकों को किया तलब
नई दिल्ली, 26 मई: स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथ समेत पांच पद्धतियों से इलाज कराने वाले लोगों की सुविधा के लिए केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने कमर कस ली है। इसके लिए आयुष सचिव पदमश्री वैद्य राजेश कोटेचा ने सोमवार को अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली में एक संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया है।इसमें सामान्य बीमा कंपनियों और आयुष अस्पतालों के मालिकों की कार्यकारी नेतृत्व टीमें भाग लेंगी।
दरअसल, आयुष मंत्रालय को विभिन्न माध्यमों से स्वास्थ्य बीमा धारकों और सीजीएचएस लाभार्थियों की ओर शिकायत मिल रही थी कि स्वास्थ्य बीमा प्रदाता कंपनियां और सूचीबद्ध अस्पताल आयुष चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने और कैशलेस सुविधा देने में आनाकानी कर रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें अपना इलाज कराने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। लिहाजा, मंत्रालय ने इस संबंध में एक बैठक का आयोजन किया है। इस दौरान आयुष क्षेत्र में बीमा कवरेज, बीमा क्षेत्र के लिए मानक उपचार दिशा निर्देश और आईसीडी कोड, बीमा क्षेत्र में आयुष का प्रवेश, आयुष अस्पताल की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी।