उत्तर प्रदेश : हापुड़ के गढ़ गंगा में आस्था का महासंगम: कार्तिक पूर्णिमा मेले के लिए प्रशासन ने कसी कमर

Hapur News : गढ़मुक्तेश्वर के पवित्र गंगा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए इस बार लाखों श्रद्धालु जुटने वाले हैं। हर साल की तरह इस बार भी आस्था का विशाल संगम देखने को मिलेगा। प्रशासन ने पहले से ही कमर कस ली है ताकि कोई श्रद्धालु असुविधा का सामना न करे।
जिलाधिकारी ने दिए आवश्यक निर्देश
जिलाधिकारी अभिषेक पांडे ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ व्यापक समीक्षा बैठक कर मेले की तैयारियों पर विशेष जोर दिया। जिलाधिकारी ने साफ शब्दों में कहा, “गढ़ गंगा मेला करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा है। यहां आने वाले हर श्रद्धालु की सुरक्षा और सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
सुरक्षा और यातायात पर विशेष फोकस
बैठक में सबसे ज्यादा जोर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था पर रहा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि गंगा स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग पार्किंग ज़ोन, पैदल मार्ग और ट्रैफिक रूट तैयार किए जाएं। पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी और कंट्रोल रूम से रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी।
स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाएं होंगी बेहतरीन
गढ़ गंगा मेले में इस बार 24 घंटे सफाईकर्मी तैनात रहेंगे, कूड़ा निस्तारण और गंदगी रोकने के लिए अलग से टीम बनाई गई है। घाटों पर लगातार सफाई होगी और पीने के पानी के लिए पर्याप्त इंतज़ाम होंगे। श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को देखते हुए अस्थायी स्वास्थ्य शिविर, एम्बुलेंस और मोबाइल मेडिकल यूनिट की सुविधा रहेगी।
रात में भी रोशनी से जगमगाएंगे घाट
रात्रिकालीन स्नान को देखते हुए घाटों पर पर्याप्त हाई मास्ट लाइट्स और जनरेटर बैकअप की व्यवस्था की जा रही है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि कोई भी कोना अंधेरे में न रहे, ताकि श्रद्धालुओं को भयमुक्त और सुरक्षित माहौल मिले।
भव्यता और आस्था का संगम
प्रशासन का दावा है कि इस बार का कार्तिक पूर्णिमा मेला पहले से ज्यादा भव्य, सुरक्षित और सुविधाजनक होगा। गंगा किनारे लाखों श्रद्धालु जब आस्था में डुबकी लगाएंगे तो पूरा माहौल दिव्यता और ऊर्जा से भर उठेगा। गढ़ गंगा का मेला सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और परंपरा का अनोखा संगम है।