
नई दिल्ली, 19 अगस्त : दुनियाभर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रही श्रीनगर की डल झील अब खेल के क्षेत्र में भी अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। यानी 21 से 23 अगस्त तक, डल झील पहली बार ना सिर्फ ‘खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल’ की मेजबानी करेगी। बल्कि राष्ट्रीय खेल स्थल के रूप में परिवर्तित हो जाएगी, जहां देश की युवा ऊर्जा और एथलेटिक भावना इसके पानी में लहरें उठाएगी।
36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 400 से ज्यादा एथलीट तीन पदक स्पर्धाओं में भाग लेने के लिए झील पर एकत्रित होंगे जिनमें नौकायन, कैनोइंग और कयाकिंग के साथ वाटर स्कीइंग, ड्रैगन बोट रेस और शिकारा स्प्रिंट जैसी रोमांचक प्रदर्शन स्पर्धाएं शामिल होंगी। जल क्रीड़ाओं का यह उत्सव खेल उत्कृष्टता और सांस्कृतिक विरासत का मिश्रण होगा, जो प्रतिभागियों और दर्शकों, दोनों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगा।
जम्मू और कश्मीर में खेलों का एक नया युग
केंद्र सरकार जम्मू और कश्मीर को भारत के प्रमुख खेल केंद्रों में से एक बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। गुलमर्ग पहले से ही देश के शीतकालीन खेल स्थल के रूप में गौरवपूर्ण स्थान रखता है, जहां खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों के पांच सफल आयोजन हो चुके हैं। अब, डल झील के सुर्खियों में आने के साथ, जम्मू और कश्मीर जल क्रीड़ाओं का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने के लिए तैयार है।
भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) और जम्मू-कश्मीर खेल परिषद द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित यह महोत्सव सरकार की ‘खेलो भारत’ नीति का प्रत्यक्ष परिणाम है, जिसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देना, आजीविका का सृजन करना और स्थानीय बुनियादी ढांचे का पुनरुद्धार करना है। इस महोत्सव से न केवल एथलीटों और प्रशिक्षकों को, बल्कि शिकारा मालिकों, हाउसबोट संचालकों और व्यापक पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र को भी आर्थिक लाभ होने की उम्मीद है।