Noida: स्वच्छता में मिसाल बना नोएडा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘गोल्डन सिटी’ अवार्ड से किया सम्मानित

Noida: स्वच्छता में मिसाल बना नोएडा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘गोल्डन सिटी’ अवार्ड से किया सम्मानित
रिपोर्ट: अजीत कुमार
स्वच्छता अभियान को लेकर नोएडा प्राधिकरण की वर्षों की मेहनत आखिर रंग लाई है। भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 के तहत नोएडा को ‘गोल्डन सिटी’ अवार्ड से नवाजा गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम, एसीईओ संजय खत्री और उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा को यह सम्मान प्रदान किया।
नोएडा को न केवल ‘गोल्डन सिटी’ के रूप में पहचान मिली, बल्कि उसे Water+ सर्टिफिकेशन और 5-Star Garbage Free City का दर्जा भी प्राप्त हुआ है। यह नोएडा के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है, जो प्राधिकरण और शहरवासियों की संयुक्त प्रतिबद्धता का परिणाम है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंदौर, सूरत, नवी मुंबई, विजयवाड़ा, नोएडा और चंडीगढ़ को सुपर स्वच्छ लीग सिटीज के रूप में सम्मानित किया। यह पहली बार है जब भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा स्वच्छता सुपर लीग (Golden City League) की स्थापना की गई है। इस लीग की पहली स्टेज में देशभर के 12 शहर शामिल किए गए थे, जिसमें नोएडा ने शुरुआत से ही उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। दूसरे चरण में 11 और शहर जोड़े गए, जिससे कुल 23 शहरों को सुपर लीग में स्थान मिला।
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने कहा, “इस उपलब्धि के पीछे नोएडा प्राधिकरण की अथक मेहनत, योजनाबद्ध सफाई अभियान, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और नवाचार का बड़ा योगदान है। शिव ट्रीटमेंट प्लांट में शुद्ध किए गए जल का प्रयोग सार्वजनिक उद्यानों और पार्कों में छिड़काव के लिए किया गया, जिससे पानी की बर्बादी रुकी और हरियाली भी बढ़ी।”
नोएडा में घर-घर से कूड़ा संग्रहण, सिंगल यूज प्लास्टिक पर नियंत्रण, सार्वजनिक स्थानों की सफाई और नागरिकों की भागीदारी के चलते यह शहर स्वच्छता के हर मानक पर खरा उतरा है। गड्ढों की मरम्मत, सड़क किनारे हरियाली, कचरा निस्तारण केंद्रों का वैज्ञानिक प्रबंधन, और नियमित निरीक्षण जैसी व्यवस्थाएं शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अहम रही हैं। नोएडा के निवासियों ने इस अवार्ड को गर्व का विषय बताया और सरकार तथा प्राधिकरण के प्रयासों की सराहना की। अब नोएडा का लक्ष्य है कि वह अगले वर्ष भी इसी तरह अपनी स्थिति को बनाए रखते हुए स्वच्छता के मामले में देश का आदर्श शहर बना रहे।