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उत्तर प्रदेश, नोएडा: बांग्लादेश पर टैरिफ की घोषणा से जिले के निर्यातकों में उत्साह

उत्तर प्रदेश, नोएडा: बांग्लादेश पर टैरिफ की घोषणा से जिले के निर्यातकों में उत्साह

अजीत कुमार

उत्तर प्रदेश, नोएडा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बांग्लादेश के रेडीमेड गारमेंट्स के निर्यात पर 35 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले ने वैश्विक कपड़ा बाजार में हलचल मचा दी है। इस फैसले से नोएडा के रेडीमेड गारमेंट्स निर्यातकों में उत्साह का माहौल है, क्योंकि भारतीय टेक्सटाइल उद्योग को अमेरिकी बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का सुनहरा अवसर मिला है। अमेरिकी बाजार में बांग्लादेश की हिस्सेदारी 9 प्रतिशत है, जबकि भारत की हिस्सेदारी 6 प्रतिशत है। बांग्लादेश पर टैरिफ से उसके उत्पाद महंगे होंगे, जिससे भारतीय निर्यातकों को प्रतिस्पर्धी का लाभ मिलेगा।
नोएडा परिधान निर्यात से जुड़े इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजीव बंसल का कहना है कि बांग्लादेश हमारा सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी रहा है। वह हमेशा से सस्ती श्रम लागत के कारण अधिक ऑर्डर हासिल करता था। अब 35 प्रतिशत टैरिफ के बाद अमेरिकी खरीदार भारत की ओर रुख करेंगे। अब हमें अगले छह महीनों में एक लाख करोड़ से अधिक के नए ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। टैरिफ के कारण बांग्लादेश के कपड़े अमेरिकी बाजार में महंगे हो जाएंगे, जबकि भारत पर केवल 26 प्रतिशत टैरिफ लागू है। इससे भारतीय उत्पादों की कीमतें आकर्षक रहेंगी।

इसी तरह से हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीपी शर्मा का कहना है कि यह हमारे लिए लॉटरी जैसा है। हमारी फैक्ट्रियों में उत्पादन बढ़ाने और नए कर्मचारियों की भर्ती की तैयारी शुरू हो चुकी है। जारा और मैंगो जैसे ब्रांड अब भारत से अपने ऑर्डर बढ़ा सकते हैं। हालांकि, कुछ निर्यातकों ने आगाह किया कि वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे देश भी इस अवसर का लाभ उठाने की कोशिश कर सकते हैं।

नोएडा के प्रमुख निर्यातकों का कहना है कि हमें कच्चे माल की कीमतों को नियंत्रित करने और उत्पादन क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। वियतनाम की 19 प्रतिशत हिस्सेदारी हमें चुनौती दे सकती है। निर्यात पर आधारित बांग्लादेश की करीब 80 प्रतिशत अर्थव्यवस्था इस टैरिफ से गहरे संकट में आ सकती है। दूसरी ओर नोएडा के टेक्सटाइल उद्योग में 10 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखी जा रही है। नोएडा के उद्यमी इस अवसर को भुनाने के लिए तैयार हैं। सरकार से रणनीतिक समर्थन और व्यापार समझौतों की उम्मीद के साथ नोएडा का टेक्सटाइल उद्योग वैश्विक गारमेंट हब बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।

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