उत्तर प्रदेश, नोएडा: बच्चे स्कूल पहुंचे तो पता चला, अब यहां पढ़ाई नहीं होगी
उत्तर प्रदेश, नोएडा: बच्चे स्कूल पहुंचे तो पता चला, अब यहां पढ़ाई नहीं होगी

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। नए क्लास में नए उत्साह और उमंग के साथ जेवर के परोही और चक्रसेनपुर के प्राथमिक स्कूल में बच्चे की उम्मीदों पर ताला लग गया। वे एक से डेढ़ घंटे तक खड़े रहे लेकिन गुरुजी नहीं आए। इंतजार करते-करते थक गए तो वे मायूस होकर घर लौट गए। अभिभावकों ने जानकारी ली तो पता चला कि अब इन स्कूलों के बच्चे दूसरे विद्यालय में पढ़ेंगे।
अभिभावकों ने बताया कि उन्हें स्कूलों के विलय की जानकारी पहले नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि गांव का स्कूल बंद होने से छात्रों को काफी परेशानी होगी। गौरतलब है कि 50 से कम छात्रों वाले जिले के 72 स्कूलों का विलय हुआ है। कक्षा एक से आठ तक के करीब 1400 बच्चे और 100 से अधिक शिक्षक एक जुलाई से नए विद्यालयों में भेजे गए। विलय वाले स्कूलों में बालवाटिका का संचालन किया जाना है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार का कहना है कि सभी शिक्षकों ने विलय होने वाले स्कूलों की जानकारी अभिभावकों को दी है। हर बच्चा पढ़े इसके लिए उन्हें स्कूलों से जोड़ने के लिए स्कूल चलो अभियान के दूसरे चरण की आज से शुरुआत की गई है।
शिक्षक संघ ने किया विरोध
उत्तर प्रदेशीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रवीन शर्मा ने बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। स्कूल विलय होने से अच्छा उसमें संसाधन और शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जाती।