उत्तर प्रदेश,नोएडा: कोरोना के बाद पांच गुना बढ़े कॉमर्शियल वाहन
उत्तर प्रदेश,नोएडा: कोरोना के बाद पांच गुना बढ़े कॉमर्शियल वाहन

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश,नोएडा। कोरोना काल के बाद ऑटो सेक्टर के खराब हालात अब सामान्य हो गए हैं। इस बात की गवाही परिवहन विभाग के आंकड़े दे रहे हैं। कोरोना के बाद से कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में पांच गुना वृद्धि देखने को मिली है। वहीं इस वर्ष जो वाहन पंजीकृत हुए हैं उनसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस वर्ष बीते सभी वर्षों का रिकॉर्ड टूटने वाला है।
जहां 2020 में 3687 कॉमर्शियल वाहन पंजीकृत हुए थे, वहीं 2021 में यह संख्या बढ़कर 4821 हो गई। यही नहीं 2024 तक तो 22314 वाहनों का पंजीकरण हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि महामारी के बाद आर्थिक गतिविधियों में तेजी, ई-कॉमर्स के विस्तार और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में बढ़ती मांग ने कॉमर्शियल वाहनों की संख्या को बढ़ाने में योगदान दिया है। साथ ही, 2025 में नोएडा में कॉमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस धारकों की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की गई। 2024 में 400 लोगों ने कॉमर्शियल लाइसेंस प्राप्त किया था, जबकि 2025 के पहले तीन महीनों में ही 200 से अधिक लोगों ने लाइसेंस बनवाया। यह इस बात का संकेत है कि कॉमर्शियल वाहनों की मांग के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। नोएडा में कुल वाहनों की संख्या 11 लाख से अधिक है।
इनमें से 1.10 लाख वाहन कॉमर्शियल श्रेणी में आते हैं। बताते दें कि कॉमर्शियल वाहनों में जिन वाहनों में सबसे अधिक वृद्धि देखने को मिली है तो वह टैक्सी है। यानी लोगों के लिए कहीं ना कहीं रोजगार के लिए अवसर बढ़े हैं। वहीं कोरोना काल में यह संख्या काफी घट गई थी। 2018 में जहां 10 हजार वाहनों का पंजीकरण हो रहा था वह 2020 में घटकर साढ़े तीन हजार पर सिमिट गई थी। लेकिन अब हालात काफी सुधर गए हैं। यही नहीं इस सबसे प्राधिकरण के राजस्व में भी काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। उप संभागीय परिवहन अधिकारी डॉ सियाराम वर्मा का कहना है कि कोरोना के तुरंत बाद हालात काफी खराब थे। अब पंजीकरण काफी अधिक बढ़ गए हैं।
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ऐसे बढ़ी संख्या
2020 -3687
2021- 4821
2022- 11909
2023-20761
2024-22314
2025 अबतक- 7708