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डॉ. बलजीत कौर द्वारा कल्याणकारी योजनाओं के अधीन बकाया फंडों के उपयोग में तेजी लाने के सख्त निर्देश

डॉ. बलजीत कौर द्वारा कल्याणकारी योजनाओं के अधीन बकाया फंडों के उपयोग में तेजी लाने के सख्त निर्देश

समीक्षा बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिए आदेश

कहा, कल्याणकारी योजनाओं के कार्यों में देरी करने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा

चंडीगढ़, 5 मार्च:

पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने आज विभाग के अधिकारियों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत लंबित पड़े फंडों के शीघ्र उपयोग को सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह आदेश पंजाब सिविल सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में हुई एक समीक्षा बैठक के दौरान जारी किए।

उन्होंने विशेष रूप से अधिकारियों को कहा कि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के कार्यों में किसी भी प्रकार की देरी करने वाले अधिकारी व कर्मचारी बख्शे नहीं जाएंगे।

कैबिनेट मंत्री ने कल्याणकारी योजनाओं संबंधी समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि विभाग ने पिछली तिमाहियों में पूरी गंभीरता से कार्य किया है, फिर भी यह सुनिश्चित किया जाए कि फंड लैप्स न हों।

डॉ. बलजीत कौर ने प्रमुख विभागीय योजनाओं, जिनमें वृद्धावस्था पेंशन योजना, विधवा एवं बेसहारा महिला पेंशन योजना, दिव्यांग पेंशन योजना, आश्रित बच्चों को वित्तीय सहायता योजना शामिल हैं, के खर्च एवं शेष बचे फंडों की समीक्षा की। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन पहलों का मुख्य उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को वित्तीय राहत प्रदान करना है।

कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को वितरण प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि लाभार्थियों को समय पर वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने फंडों के वितरण में पारदर्शिता और कुशलता पर जोर देते हुए यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि हर पात्र व्यक्ति को बिना किसी देरी के लाभ मिले।

डॉ. बलजीत कौर ने समाज कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन योजनाओं के अधिकतम प्रभाव को लागू करने के लिए नियमित रूप से निगरानी रखें।

इस मौके पर बैठक में सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग के विशेष मुख्य सचिव राजी पी. श्रीवास्तव, निदेशक डॉ. शेना अग्रवाल एवं विभाग के अन्य अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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