
Delhi Crime: दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 4 स्लीपर सेल को गिरफ्तार किया, बरामद हुए 13 पिस्तौल और गोला-बारूद
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चार स्लीपर सेल के सदस्य गिरफ्तार किए हैं और उनके पास से 13 अत्याधुनिक स्वचलित पिस्तौल, एक रिवॉल्वर, दो मैगजीन और 34 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दीपक शर्मा, वीर सिंह उर्फ आकाश, सागर राणा और दीपक मुद्गल के रूप में हुई है।
गिरफ्तार आरोपी:
दीपक शर्मा उर्फ मांडू (22 वर्ष), गांव खेड़ा कलां, दिल्ली
वीर सिंह उर्फ आकाश (20 वर्ष), गांव खेड़ा कलां, दिल्ली
सागर राणा (21 वर्ष), गांव खेड़ा खुर्द, दिल्ली
दीपक मुद्गल उर्फ पंछी (25 वर्ष), गांव खेड़ा कलां, दिल्ली
बरामदगी:
13 .32 बोर की अत्याधुनिक स्वचलित पिस्तौलें
1 .32 बोर की रिवॉल्वर
2 अतिरिक्त मैगजीन
34 जिंदा कारतूस
जांच और खुलासा:
पुलिस ने इस गिरोह की गतिविधियों का पता लगाने के लिए गोगी गैंग के चार प्रमुख सदस्यों की पहचान की। इन स्लीपर सेल के सदस्य आपराधिक गतिविधियों में सीधे तौर पर शामिल नहीं थे, लेकिन ये गिरोह के शूटरों को हथियार, गोला-बारूद और रसद सहायता प्रदान कर रहे थे।
गोगी गैंग के इन स्लीपर सेल के सदस्य बिहार से हथियारों की आपूर्ति करते थे और इनका संपर्क गिरोह के जेल में बंद गैंगस्टरों से था। पूछताछ में एक अन्य सह-आरोपी हिम्मत देशवाल (राष्ट्रीय शूटर) की भी पहचान की गई, जो हथियारों की आपूर्ति करता था।
पूछताछ में खुलासा:
आरोपियों ने बताया कि उन्हें गोगी गैंग के प्रमुख सदस्य कपिल उर्फ कल्लू और योगेश उर्फ टुंडा से निर्देश मिल रहे थे। इन आरोपियों ने गोगी गैंग के शूटरों को पिस्तौल मुहैया करने और उनके आपराधिक कामों में मदद करने का कार्य किया। कपिल उर्फ कल्लू और योगेश उर्फ टुंडा जेल में बंद रहते हुए भी गिरोह के स्लीपर सेल के माध्यम से अपने अपराधी नेटवर्क को सक्रिय रखते थे।
पूर्व में गिरफ्तारी:
वीर सिंह उर्फ आकाश को पहले ही आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया जा चुका है, जो कि एफआईआर संख्या 505/23 के तहत के.एन. काटजू मार्ग पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था।
आगे की कार्रवाई:
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर संख्या 228/24 के तहत मामला दर्ज किया है और जांच जारी है।