अमर सैनी
नोएडा। शारदीय नवरात्र आज से (गुरुवार) शुरू हो गए हैं। नौ दिनों तक आदिशक्ति के नौ स्वरूपों की कलश स्थापना के साथ मंदिरों और घरों में पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके लिए शहर में पंडाल सज गए हैं। शारदीय नवरात्रों को लेकर मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया है। साथ ही मंदिरों में लोगों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग और सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं। सनातन धर्म मंदिर के पुजारी हरेंद्रनाथ दुबे ने बताया कि भक्तों के लिए सुबह पांच बजे मंदिर के कपाट खुलेंगे। कलश स्थापना के साथ मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू होगी। प्रत्येक दिन मां दुर्गा का पाठ और कीर्तन होंगे। इसके अलावा सेक्टर-20 हनुमान मंदिर में सुबह पांच बजे मंदिर में भगवती की आराधना की जाएगी। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी संदीप ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दो तरफ से लाइनों की व्यवस्था की गई है। साथ ही मंदिर में मां वैष्णो गुफा में माता रानी के दर्शन कर सकेंगे। इसमें एक बार में 10 श्रद्धालुओं को ही दर्शन करने के लिए प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नौ दिन सुबह 9 से 11 बजे और शाम 4 से 6 बजे तक गुफा भक्तों के लिए खोली जाएगी।
पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा
नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी। पंडित प्रकाश जोशी ने बताया कि माता पार्वती को शैलपुत्री भी कहा जाता है, क्योंकि उनके पिता पर्वतराज हिमालय हैं। गौरवर्ण वाली मां शैलपुत्री की सवारी बैल है। वे एक हाथ में त्रिशूल तो दूसरे में कमल का फूल धारण करती हैं। चंद्रमा उनके मस्तक की शोभा बढ़ाता है। उन्होंने बताया कि पंचांग गणना के अनुसार देवी आराधना की पूजा और कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह छह बजे से शुरू होकर दोपहर साढ़े तीन बजे तक का रहेगा।
खरीदारी के लिए बाजारों में भीड़
गुरुवार सुबह को कलश स्थापना के साथ मां दुर्गा की पूजा अर्चना शुरू हो जाएगी। इसको लेकर मंदिर समेत विभिन्न पूजा-पंडालों में चहल पहल बढ़ गई है। वहीं, बाजारों में भी पूजा सामग्री खरीदने वालों की भारी भीड़ रही। कलश स्थापना के लिए लोगों ने कलश, चुनरी, नारियल, जौ, अगरबत्ती, गुघुल, शहद, मिष्ठान, फल और नए वस्त्र आदि की खरीदारी की। पूजा सामग्री की दुकानों के अलावा माता दुर्गा की मूर्तियां खरीदने के लिए भी बाजारों में भीड़ है।
नौ दिन मां दुर्गा की आराधना
3 अक्तूबर पहला दिन शैलपुत्री
4 अक्तूबर दूसरा दिन ब्रह्मचारिणी
5 अक्तूबर तीसरा दिन चन्द्रघण्टा
6 अक्तूबर चौथा दिन कुष्मांडा
7 अक्तूबर पांचवां दिन स्कंदमाता
8 अक्तूबर छठा दिन कात्यायनी
9 अक्तूबर सातवां दिन कालरात्रि
10 अक्तूबर आठवां दिन महागौरी
11 अक्तूबर नौवां दिन सिद्धिदात्री