उत्तर प्रदेश

Noida Crime: नोएडा में साइबर ठगों ने महिला से ठगे 30 लाख, 12 दिन तक रखा डिजिटल अरेस्ट

नोएडा में साइबर ठगों ने महिला से ठगे 30 लाख, 12 दिन तक रखा डिजिटल अरेस्ट

रिपोर्ट: अमर सैनी

नोएडा सेक्टर-77 में रहने वाले एक फाइनैंस मैनेजर की पत्नी को 12 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखकर जालसाजों ने उनसे 30 लाख रुपये ऐंठ लिए। ठग ने महिला के फोन पर 2 सितंबर को ट्राई कर्मी बनकर वॉट्सऐप पर विडियो कॉल की। फिर आधार कार्ड का दुरुपयोग कर मनी लॉन्ड्रिंग में करोड़ों रुपये लेनदेन करने की बात कहकर डराया। कुछ देर बाद कॉल लखनऊ चंदनपुर थाने में ट्रांसफर कर दी गई। महिला को 12 दिन तक मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के बाद ठगों ने आरटीजीएस के माध्यम से रुपये ट्रांसफर कराए। इस दौरान महिला काम पर जाती रही और ठग लगातार नॉर्मल कॉल पर निगरानी करते रहे। अब भी ठग लगातार कॉल करके धमकी दे रहे हैं। साइबर थाना पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सेक्टर 77 स्थित प्रतीक विस्टेरिया में रहने वाली प्रियंका बंसल ने बताया कि कुछ दिन पहले उनके पास एक विडियो कॉल आई। कॉल करने वाले खुद को ट्राई कर्मी बताया। उसने कहा कि तुम्हारे आधार कार्ड पर एक नंबर लिया गया है, उससे मनी लॉन्ड्रिंग की जा रही है। अब तक करोड़ों रुपये की हेराफेरी हो चुकी है। तुम्हारे नाम पर कंप्लेंट मिली है। इसी बीच ठग ने कॉल को लखनऊ चंदनपुर थाने में ट्रांसफर करने की बात कही। विडियो कॉल पर एक व्यक्ति पुलिस की ड्रेस में बैठा दिखाई दिया। ठग ने पीड़िता से कहा कि सीबीआई की तरफ से मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच की जाएगी। इस बीच परिवार को इसकी जानकारी न देने को कहा गया। फर्जी पुलिस ने कहा कि अगर किसी को बताया तो नोएडा पुलिस के माध्यम से तुरंत बेटे और पूरे परिवार को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। महिला डरकर ठगों की बात मानने पर मजबूर हो गई।

इसके बाद से ठगों ने ऑनलाइन जांच शुरू करने की बात कही और उनसे आधार कार्ड मांगा। धीरे-धीरे पर्सनल कागजात ले लिए। फिर ठग बोले खाते की जांच आरबीआई की तरफ से की जाएगी, ताकि पता चल सके कि तुमने रुपये का लेनदेन नहीं किया है। यहां तक पहुंचने में ठगों ने 12 दिन लगा दिए और 14 सितंबर खाता को वेरीफाई के नाम पर ठगों ने आरटीजीएस के माध्यम से रकम ट्रांसफर कराई। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है रुपये भेजे गए खातों की जानकारी निकालकर जांच शुरू कर दी है। ठगों ने पीड़ित महिला से आरटीजीएस के माध्यम से रुपये ट्रांसफर कराया। इससे तेज और बड़ी रकम गोपनीय तरीके से रकम ट्रांसफर होती हैं। ठगों ने एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एसबीआई और एक बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर कराया है। पुलिस ने खातों की जानकारी निकाल ली है। इसी सिरे से जांच करने में जुटी है।

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