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Airbus A320 Recall: एयरबस A320 विमानों का बड़े पैमाने पर रिकॉल, ELAC सॉफ़्टवेयर कमजोरियों के कारण एयरलाइन परिचालन पर हल्के प्रभाव

Airbus A320 Recall: एयरबस A320 विमानों का बड़े पैमाने पर रिकॉल, ELAC सॉफ़्टवेयर कमजोरियों के कारण एयरलाइन परिचालन पर हल्के प्रभाव

एयरबस ने दुनिया भर में अपने सबसे ज़्यादा उड़ान भरने वाले नैरो-बॉडी A320 परिवार के विमानों में बड़े पैमाने पर सुधारात्मक कार्रवाई की घोषणा की है। इस परिवार में A319, A320 और A321 शामिल हैं, जो वैश्विक वाणिज्यिक जेट बाजार में सबसे लोकप्रिय हैं और भारत में इंडिगो, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के बेड़े का बड़ा हिस्सा हैं। लगभग 11,000 A320 परिवार के विमान परिचालन में हैं, और इनमें से आधे से ज़्यादा इस सॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर कमजोरी से प्रभावित हो सकते हैं।

समस्या ELAC (एलेवेटर एलेरॉन कंप्यूटर) में पाई गई। तीव्र सौर विकिरण के कारण इस कंप्यूटर में उड़ान नियंत्रण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दूषित हो सकती है, जिससे विमान का पिच और रोल प्रभावित हो सकता है। एयरबस ने कहा कि इस समस्या के कारण विमान की संरचनात्मक क्षमता पर खतरा पैदा हो सकता है। भारतीय एयरलाइनों में 338 विमान इस समस्या से प्रभावित पाए गए थे, जिनमें ज्यादातर सुधार कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्य रविवार सुबह तक पूरा होने की उम्मीद है।

इस समस्या की जानकारी एयरबस ने शुक्रवार देर रात जारी की और कहा कि प्रत्येक प्रभावित विमान की अगली उड़ान से पहले सॉफ़्टवेयर अपडेट या कुछ मामलों में हार्डवेयर बदलाव करना अनिवार्य है। यूरोपीय विमानन नियामक EASA ने भी आपातकालीन उड़ान योग्यता निर्देश जारी किया, जिसमें सभी एयरलाइनों से अनुरोध किया गया कि वे निर्धारित सुधार तत्काल लागू करें।

भारत में, इंडिगो, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने सुधारात्मक प्रक्रिया तेज़ी से शुरू की। इंडिगो के 200 प्रभावित विमानों में से 160 की जाँच और सुधार पूरी हो गई है, एयर इंडिया के 127 विमानों में 42 में कार्रवाई पूरी हो चुकी है, और एयर इंडिया एक्सप्रेस के 40 प्रभावित विमानों में चार में आवश्यक सुधार किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इससे उड़ानों के रद्द होने की कोई बड़ी स्थिति नहीं बनी, केवल कुछ मामूली देरी और पुनर्निर्धारण देखने को मिला।

समाधान में मुख्य रूप से ELAC सॉफ़्टवेयर का अपडेट शामिल है, जिससे पुराने संस्करण पर लौटकर कमजोरी को दूर किया जा सके। कुछ पुराने विमानों में ELAC हार्डवेयर को बदलना भी आवश्यक था, जिसे एयरलाइनों ने प्राथमिकता से लागू किया। विशेषज्ञों का कहना है कि सॉफ़्टवेयर अपडेट प्रक्रिया लगभग दो घंटे में पूरी हो जाती है, जबकि हार्डवेयर बदलाव में अधिक समय लग सकता है।

DGCA ने भी यात्रियों को आश्वस्त किया कि विमान सुरक्षित हैं और परिचालन पर इसका कोई बड़ा असर नहीं पड़ा है। एयरबस ने इस प्रक्रिया को इतिहास के सबसे बड़े रिकॉल में से एक बताया और कहा कि दुनिया भर की एयरलाइंस इसके तहत सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं।

यह कदम विमानन सुरक्षा और यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए उठाया गया है, और भारत में विमानन संचालन अपेक्षाकृत सहज रूप से जारी है।

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