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Noida Power Department: नोएडा विद्युत निगम में नई कार्यप्रणाली लागू, 58 अवर अभियंताओं को सौंपी गई नई जिम्मेदारियां

Noida Power Department: नोएडा विद्युत निगम में नई कार्यप्रणाली लागू, 58 अवर अभियंताओं को सौंपी गई नई जिम्मेदारियां
नोएडा। बिजली व्यवस्था को अधिक सुचारू और जवाबदेह बनाने की दिशा में नोएडा विद्युत निगम ने बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया है। निगम ने अपने 58 अवर अभियंताओं (जेई) की जिम्मेदारियों का पुनर्वितरण कर नई कार्यप्रणाली लागू कर दी है। इस नई व्यवस्था के तहत सभी अभियंता 15 नवंबर से अपने-अपने निर्धारित कार्यक्षेत्रों में दायित्व संभालेंगे। इससे पहले अगले दस दिनों तक वे अपने नए क्षेत्र और कार्य की बारीक जानकारी प्राप्त करेंगे। यह कदम उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति और बेहतर सेवा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण सुधार माना जा रहा है।

मंगलवार को विद्युत निगम की ओर से जारी सूची के अनुसार, 38 अवर अभियंताओं को बिजली उपकेंद्रों की जिम्मेदारी दी गई है, जहां वे आपूर्ति व्यवस्था और तकनीकी निरीक्षण का कार्य देखेंगे। दो अवर अभियंता स्काडा (SCADA) प्रणाली की निगरानी करेंगे, जो शहर की रीयल-टाइम बिजली वितरण प्रणाली को नियंत्रित करती है। इसके अतिरिक्त नौ अवर अभियंताओं को वाणिज्यिक कार्यों का दायित्व सौंपा गया है, जिसमें बिलिंग, राजस्व संग्रह और उपभोक्ता सेवाओं से संबंधित कार्य शामिल हैं। पांच अभियंताओं को मीटरिंग और एएमआरआई (AMRI) से संबंधित कार्य सौंपा गया है, जो स्मार्ट मीटरिंग और खपत विश्लेषण से जुड़ा है। वहीं दो अभियंता बिलिंग सेक्शन में तैनात रहेंगे, जबकि अन्य दो को प्रवर्तन दल के साथ जोड़ा गया है, जो बिजली चोरी की रोकथाम और निगरानी की जिम्मेदारी संभालेंगे।

निगम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस अवधि के दौरान किसी भी अवर अभियंता को अवकाश नहीं दिया जाएगा। सभी अभियंताओं को अपने आईडी और पासवर्ड का हस्तांतरण एवं सिस्टम अपडेट की प्रक्रिया समय रहते पूरी करने को कहा गया है ताकि कार्यप्रवाह में कोई बाधा न आए। मुख्य अभियंता एसके जैन ने बताया कि सभी अभियंता 14 नवंबर तक अपने वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर नई व्यवस्था की जानकारी ले लें, ताकि 15 नवंबर से कार्य सुचारू रूप से शुरू हो सके।
मुख्य अभियंता ने बताया कि इस पुनर्गठन का उद्देश्य जिम्मेदारियों को स्पष्ट करना और फील्ड लेवल पर कार्यक्षमता बढ़ाना है। नई व्यवस्था से न केवल आपूर्ति तंत्र मजबूत होगा, बल्कि उपभोक्ताओं को निरंतर और निर्बाध बिजली मिलने में भी सुविधा होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह कदम बिजली वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और दक्षता लाने में मील का पत्थर साबित होगा।

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