दिल्लीभारत

नई दिल्ली: तत्काल रोटरी हेडशिप के लिए मेडिकल फैकल्टी का ‘दांडी मार्च’ 

नई दिल्ली: -गांधी जयंती दिवस की पूर्व संध्या पर डॉक्टरों ने पीएमओ तक किया प्रतीकात्मक मार्च

नई दिल्ली, 1 अक्तूबर : भगवान के लिए हमारी मांगों को एक बार सुनें – जो व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं बल्कि देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में निष्पक्षता और लोकतंत्र की बहाली के लिए हैं। यह गुहार एम्स दिल्ली और पीजीआई चंडीगढ़ के वरिष्ठ डॉक्टरों ने गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर पीएम नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से लगाई है।

दरअसल, देश के दो प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में रोटरी हेडशिप के तत्काल कार्यान्वयन की मांग को लेकर फैम्स (एम्स दिल्ली संकाय संघ) के प्रोफेसर स्तर के सदस्य डॉक्टरों ने बुधवार को महात्मा गांधी के दांडी मार्च की तर्ज पर शांतिपूर्ण पदयात्रा का आह्वान किया था। इस यात्रा को एम्स के जवाहरलाल नेहरू सभागार से प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर जाते समय पुलिस प्रशासन ने एम्स के गेट नंबर एक पर ही रोक लिया जिसके विरोध में डॉक्टरों ने वहीं पर धरना देना शुरू कर दिया।

फैम्स के मुताबिक, एम्स और अन्य राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों में रोटरी हेडशिप लागू करने का निर्णय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दो वर्ष पहले लिया था लेकिन उसे आजतक लागू नहीं किया गया है। जिसके चलते चिकित्सा संस्थानों में निष्पक्षता और लोकतंत्र गायब हो चुके हैं। साथ ही डॉक्टरों के करियर, भविष्य और आत्म विश्वास पर बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा, हम पीएम मोदी के साथ स्वास्थ्य मंत्री (जो एम्स दिल्ली के अध्यक्ष भी हैं) से भी अपील करते हैं कि वे उस फैसले को तुरंत लागू करें जो लगभग दो साल से लंबित है।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

Related Articles

Back to top button