उत्तर प्रदेश : मोरारी बापू ने बरसाना में सुनाई श्रीरामकथा, गाय के लिए किया गया दान सर्वश्रेष्ठ दान

Mathura News (सौरभ) : प्रख्यात श्रीराम कथा प्रवक्ता मोरारी बापू ने कहा कि गाय के लिए किया गया दान सर्वश्रेष्ठ दान है। उन्होंने माताजी गोशाला में श्रीरामकथा के दूसरे दिन व्यासपीठ से बोलते हुए कहा कि दान तीन प्रकार के होते हैं – उत्तम, मध्यम और सामान्य। लेकिन गौ का दान और गाय के लिए किया गया दान सबसे श्रेष्ठ कहा गया है।
गौमाता की महिमा
मोरारी बापू ने अथर्ववेद के गौ सूक्त के एक श्लोक को समझाते हुए कहा कि गौमाता रुद्रों की मां है, वसुओं की पुत्री हैं और आदित्यों की बहन है। गौ अमृत का केंद्र और साक्षात् औषधियों का श्रोत है। उन्होंने कहा कि गौमाता के अंग में लक्ष्मी का वास होता है और गौमाता की पुकार पर परमात्मा अवतार धारण करते हैं।
हर गांव में होनी चाहिए गौशाला
बापू ने आग्रह किया कि हर गांव में ये पांच शालाएं अवश्य होनी चाहिएं – पाठशाला, व्यायामशाला, धर्मशाला, भोजनशाला और सबसे महत्त्वपूर्ण गौशाला। उन्होंने कहा कि शब्द ब्रह्म है और अशब्द यानी मौन परब्रह्म है वहीं अपशब्द माया है, इसलिए बोलने के समय शब्द चयन संभल कर करना चाहिए।
श्रीरामकथा के आयोजक
श्रीरामकथा के आयोजक उद्योगपति हरीश एन सिंघवी ने बताया कि यह कथा नौ दिनों तक चलेगी और इसमें बड़ी संख्या में श्रोता भाग ले रहे हैं। इस मौके पर बनारस के संत जगतगुरू सतुआ महाराज, वृन्दावन के कृष्णचंद्र ठाकुरजी, मान मंदिर सेवा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री और माताजी गोशाला के संयोजक राजबाबा भी उपस्थित रहे।