
Bulandshahar News : (अवनीश त्यागी) जिले के कस्बा अनूपशहर में एक 9 वर्षीय बच्ची की हत्या कर दी। बच्ची का शव मध्यरात्रि को करनपुर गांव के पास एक घेर में पड़ा मिला। बच्ची के साथ दुष्कर्म की भी आशंका है। घटना से पूरे क्षेत्र में में दहशत का माहौल पैदा हो गया है। स्थानीय लोगों ने इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 18 घंटे के भीतर 60 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की, इससे आरोपी की पहचान की गई। शव मिलने के मात्र दो घंटे के भीतर पुलिस ने मुठभेड़ में आरोपी को गोली मार दी।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, घटना 16 मई की शाम करीब 4 बजे की है। मृतका कस्बे के एक मोहल्ले की रहने वाली थी। वह शाम को अपने खेत पर गई थी। जब देर शाम तक घर नहीं लौटी, तो परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। रिश्तेदारों से संपर्क करने के बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली। बच्ची की मां ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। क्षेत्राधिकारी अनूपशहर रामकरण सिंह के अनुसार, पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया। पुलिस टीम ने 18 घंटे में 60 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसमें आरोपी बच्ची को बुलंदशहर रोड की ओर ले जाता दिखाई दिया। अनूपशहर, अहार और जहांगीराबाद पुलिस ने संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। एसपी देहात डॉक्टर तेजवीर सिंह ने 6 घंटे से अधिक समय तक क्षेत्र मे रहकर तलाशी अभियान का नेतृत्व किया। घंटों की मशक्कत, सीसीटीवी कैमरों को खंगालने और मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस घटना का खुलासा कर सकी है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली। इसके बाद कोतवाली पुलिस करनपुर गांव पहुंची। बच्ची का शव 17-18 मई की रात को गांव करनपुर में एक बाग के पास घेर में मिला। पुलिस ने तुरंत परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंची बच्ची की मां का रो-रोकर बुरा हाल था। वह लगातार कह रही थी कि उसकी फूल जैसी बेटी को क्यों मार दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
2 घंटे के भीतर 4 किलोमीटर दूर आरोपी का हाफ एनकाउंटर
पुलिस ने शव मिलने के 2 घंटे के भीतर घटना स्थल से 4 किलोमीटर दूर आरोपी का हाफ एनकाउंटर किया। आरोपी की पहचान नरेश निवासी गांव गोठना थाना गिन्नौर जिला संभल के रूप में हुई। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि वह कोतवाली क्षेत्र में अपनी बहन के घर जा रहा है। इस पर पुलिस ने गंगापुल पर वाहन चेकिंग शुरू की। आरोपी पुलिस को देखकर भागने लगा। बच्चीखेड़ा रोड पर उसने पुलिस पर गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके घुटने में लगी। घायल आरोपी को पहले सीएचसी और फिर जिला अस्पताल रेफर किया गया। पूछताछ में आरोपी ने बच्ची की हत्या स्वीकार की है। पीड़िता की मां ने बताया कि वे गिन्नौर तहसील के एक गांव के रहने वाले हैं। तीन-चार महीने पहले ही वे अनूपशहर आए थे। वे अहाररोड पर नई बन रही कालोनी में किराए के मकान में रह रहे थे।
मां-बाप के पास आना जाना था
मृतका का पिता गंगा घाट पर प्रसाद बेचने का काम करता था। आरोपी नरेश घाट के पास राज मिस्त्री का काम करता था। नरेश ने बच्ची का खेत से घर जाते समय रास्ते से अपहरण कर लिया। बच्ची आरोपी को अच्छी तरह पहचानती थी। माना जा रहा है कि पहचाने जाने के डर से उसने बच्ची की हत्या कर दी। मां का कहना है कि अगर पुलिस ने उसी रात तलाशी शुरू कर दी होती तो शायद बच्ची को बचाया जा सकता था।वहीं इस पूरे मामले में एसएसपी बुलंदशहर दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी का बच्ची के मां-बाप के पास आना जाना था। प्रारंभिक उपचार के पश्चात आरोपी से विस्तार से इस घटना के संदर्भ में पूछताछ की जाएगी। डॉक्टरो के पैनल से बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।