उत्तर प्रदेश : कार्तिक पूर्णिमा मेला से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, भैंसा दौड़ के ‘डिजिटल प्रमोटर’ पुलिस के निशाने पर, 18 यूट्यूबर्स पर केस दर्ज

Hapur News : हापुड़ में कार्तिक पूर्णिमा मेला शुरू होने से पहले ही हापुड़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है। सोशल मीडिया पर भैंसा दौड़ को बढ़ावा देने और “डिजिटल शर्तबाजी” को प्रोत्साहित करने वाले 18 यूट्यूबर्स के खिलाफ पुलिस ने पशु क्रूरता अधिनियम समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
गढ़ नगर चौकी प्रभारी द्विजेंद्र सिंह ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा मेले में हर साल लाखों श्रद्धालु परिवार सहित दर्शन करने आते हैं। इस दौरान कुछ युवक भैंसा-बुग्गी से आने के बहाने रास्ते में ‘रफ्तार की रेस’ लगाते हैं। जानवरों को क्रूरता से दौड़ाया जाता है, जिससे न केवल उनके जीवन को खतरा होता है बल्कि राहगीरों में भगदड़ और हादसे की नौबत तक आ जाती है।
जांच में सामने आया है कि मेला शुरू होने से पहले ही कुछ युवाओं ने यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भैंसा दौड़ से जुड़े वीडियो, ब्लॉग और शॉर्ट्स अपलोड किए थे। इन वीडियोज़ के शीर्षक “भैंसा नंबर 1”, झोटा क्लब “तेजतर्रार बुग्गी चैंपियन” लोगों में उत्सुकता और शर्त लगाने की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रहे थे।
पुलिस की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम ने इन वीडियो की ट्रैकिंग करते हुए IP एड्रेस निकाले और आरोपियों की पहचान की। तत्पश्चात 18 यूट्यूबर्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। कुछ को हिरासत में लेकर पूछताछ भी चल रही है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इन अवैध दौड़ों में हार-जीत पर लाखों रुपये की शर्तें लगाई जाती हैं। कई बार विवाद इतना बढ़ जाता है कि मारपीट और फायरिंग तक की नौबत आ जाती है। इसी कारण इस बार पुलिस ने पहले ही ‘डिजिटल प्रमोटरों’ पर शिकंजा कस दिया है ताकि मेला शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके।
गढ़ सर्किल की सीओ स्तुति सिंह ने कहा, “कार्तिक पूर्णिमा मेला आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है। इसे अवैध गतिविधियों का मंच बनाने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सोशल मीडिया पर भैंसा दौड़ का प्रचार करने वाले सभी 18 आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में अगर किसी ने भैंसा दौड़, जुए या किसी भी अवैध प्रतिस्पर्धा का ऑनलाइन प्रचार किया, तो आईटी एक्ट के तहत भी मुकदमे दर्ज किए जाएंगे।



