उत्तर प्रदेश, नोएडा: यूपी के आर्थिक विकास से लेकर संस्कृति की झलक दिखी
उत्तर प्रदेश, नोएडा: यूपी के आर्थिक विकास से लेकर संस्कृति की झलक दिखी

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा।यूपीआईटीएस में एक जनपद एक उत्पाद के स्टॉल पर हस्तशिल्प से लेकर अन्य कारीगरी देखने को मिली। प्रदेश के विभिन्न जिलों के उत्पादों के अलावा हस्तशिल्पियों का हुनर देखने के लिए लोगों के कदम ठहर गए। पीतल नगरी मुरादाबाद के सजावटी सामान, बनारसी साड़ी, गौतमबुद्ध नगर के रेडीमेड गारमेंट्स, कानपुर के लेदर उत्पाद, मेरठ की खेल साम्रगी, फिरोजाबाद के कांच और सहारनपुर के लकड़ी के हस्तशिल्प जैसे उत्पाद अंतरराष्ट्रीय खरीदारों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। सबसे खास बात यह रही कि इन उत्पादों को तैयार करने वाली 70 प्रतिशत से अधिक महिलाएं ही हैं। पहले दिन प्रदेश के अधिकारियों से लेकर पुलिस कर्मियों ने जमकर खरीदारी भी की।
मैनपुरी की तारकशी कला का भी खूबसूरत प्रदर्शन लोगों को देखने को मिल रहा है। जिले की लगभग सौ साल पुरानी कला को जिंदा रखने का काम किया जा रहा है। रानी ने बताया कि पहले उनके जिले का एक परिवार ही इस कला को करता था,लेकिन अब सरकार के बढ़ावा देने के कारण अन्य लोग भी इसमें हाथ आजमा रहे हैं। वहीं संस्कृति विभाग की ओर से प्रदेश के कई घरानों का भी प्रदर्शन किया गया है। इसके साथ ही झांसी के किले को दर्शाया गया है। सहायक निदेशक डॉ. मीनाक्षी खेमका ने बताया कि संगीत नाटक एकेडमी से लेकर राज्य संग्रहालय की ओर से कई शैलियों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई है। पुरातत्व विभाग ने भी प्रदेश की धरोहर को नई पीढ़ियों के लिए लगाया है।
घर की शान बढ़ाएंगी भदोही की कालीन
पहले दिन भदोही की कालीनों की अच्छी ब्रिकी हुई। कालीन विक्रेता राकेश ने बताया कि ट्रेड शो में भदोही, तुर्की, ईरानी समेत कई तरह की कालीनें उपलब्ध हैं। इन कालीनों की कीमत 1,000 रुपये से लेकर 3 लाख रुपये तक जाती है। तुर्की और ईरानी कालीनें सबसे महंगी होती हैं। इनकी कीमत डेढ़ से दो लाख रुपये तक हो सकती है।
शजर स्टोन से बना राम मंदिर का मॉडल पीएम ने देखा
एक जिला एक उत्पाद को लेकर बांदा के हस्तशिल्पी द्वारिका प्रसाद सोनी द्वारा तैयार किए गए शजर पत्थर से बने राम मंदिर के मॉडल को प्रधानमंत्री ने देखा। उन्होंने अपने हाथों से तैयार किए शजर पत्थर से मंदिर का मॉडल बनाया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को मॉडल भेंट करना था,लेकिन वह कार्ट से निकल गए। उन्होंने बताया कि वह आगे उन्हें राम मंदिर का मॉडल देंगे। उन्होंने बताया कि पांच लाख रुपये की लागत के शजर पत्थर से राममंदिर एक वर्ष में तैयार किया है। उन्होंने बताया कि शजर पत्थर से वह ज्वैलरी, ट्राफी समेत ताजमहल, टेबल लैंप, इंडिया गेट तक बना चुके हैं। इसी प्रकार से ताजमहल, इंडिया गेट को तीन लाख रुपये की लागत से नौ माह में व टेबल लैंप को दो लाख रुपये की लागत से छह माह में तैयार किया है। जो ट्रेड शो का हिस्सा हैं।