नई दिल्ली, 21 अक्तूबर : पटाखे जलाने के दौरान आंख में चोट लगने की वजह से सोमवार रात और मंगलवार सुबह करीब 110 मरीज एम्स दिल्ली पहुंचे। इनमें से करीब 20 लोगों की आंख की रोशनी चली गई है। घायलों में बच्चों के साथ वयस्क भी बड़ी संख्या में शामिल हैं।
एम्स दिल्ली के डॉ राजेंद्र प्रसाद नेत्र विज्ञान के केंद्र (आरपीसी सेंटर) के कैजुअल्टी हेड डॉ. राजपाल वोहरा ने मंगलवार को बताया कि हमने कल से अब तक आकस्मिक चिकित्सा विभाग में 110 मरीजों को देखा है। इनमें से 20 मरीजों की हालत गंभीर है। आंख की चोट यानी कॉर्नियोस्क्लेरल चोट के कारण कॉर्निया पर असर पड़ा है। उन्हें आंख से दिखाई नहीं दे रहा है। डॉ वोहरा के मुताबिक कॉर्नियोस्क्लेरल चोट ऐसी चोट होती हैं जिसमें कॉर्निया (आंख की पारदर्शी बाहरी परत) और स्क्लेरा (आंख का सफेद भाग) पर गंभीर खरोंच, घाव, या छेद होने से आंख की रोशनी जा सकती है। उन्होंने बताया कि मरीजों की आंखों के संक्रमण, सूजन और अन्य समस्याओं के इलाज किए जा रहे हैं। इसके बाद हम 20 मरीजों का ऑपरेशन करेंगे ताकि उनकी आंखों की रोशनी वापस लाई जा सके।




