उत्तर प्रदेश, नोएडा: उद्यानिक कूड़े के निस्तारण के लिए पार्कों और हरित क्षेत्र में खाद गड्ढा बनाने का काम शुरू
उत्तर प्रदेश, नोएडा: उद्यानिक कूड़े के निस्तारण के लिए पार्कों और हरित क्षेत्र में खाद गड्ढा बनाने का काम शुरू

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा। उद्यानिक कूड़ा सूखे पत्ते, घास की कटाई,पेड़ों की छंटाई के अवशेष आदि के निस्तारण के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अच्छी पहल की है। इसके लिए पार्कों व हरित क्षेत्र में कंपोस्ट पिट (खाद का गड्ढा) का निर्माण किया जा रहा है। उद्यानिक कूड़े को इसमें इकट्ठा कर खाद तैयार की जाएगी। योजना के मुताबिक उद्यानिक कूड़े से तैयार खाद का उपयोग नर्सरी, पार्कों व हरित क्षेत्र में किया जाएगा। अब तक छह से अधिक कार्यस्थलों पर खाद गड्ढा का निर्माण किया जा चुका है। सूखा और गीला कूड़ा के साथ उद्यानिक कूड़े का निस्तारण भी बड़ी समस्या है।
ग्रेटर नोएडा में पेड़- पौधों की संख्या अच्छी खासी है। आंकड़ों के मुताबिक प्राधिकरण की स्थापना से लेकर अब तक 30 लाख से अधिक पौधे रोपित किए जा चुके हैं। ऐसे में प्रतिदिन बड़ी मात्रा में उद्यानिक कूड़ा उत्सर्जित होता है,लेकिन इसके निस्तारण की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। इसे इकट्ठा कर सफाईकर्मी आग लगा देते हैं या इधर-उधर फेंक देते हैं,इससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। इसको देखते हुए प्राधिकरण के उद्यान विभाग ने अब सभी कार्यस्थलों पर कंपोस्ट पिट (खाद गड्ढा) बनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में सभी वर्क सर्किल के प्रबंधक व सहायक प्रबंधक के साथ ठेकेदारों को निर्देश दिए गए हैं। अधिकारी के मुताबिक शफीपुर के पास हरित क्षेत्र, नॉलेज पार्क-3 सहित छह से अधिक स्थानों पर खाद गड्ढा का निर्माण किया जा चुका है। अधिकारी के मुताबिक इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि कूड़ा निस्तारण की समस्या दूर होने के साथ उसे पुन: उपयोग में लाया जा सकेगा। प्रदूषण की समस्या भी दूर हो जाएगी। कार्यस्थल पर खाद गड्ढा होने से समय की भी बचत होगी।
एजेंसी का चयन करेगा प्राधिकरण
उद्यानिक कूड़े का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करने के लिए प्राधिकरण एक ऐसी एजेंसी का चयन करना चाह रहा है,जो सूखे पत्ते, पेड़ों की छंटाई के अवशेष को प्रोसेस कर उपयोगी वस्तु बना सके। इसके लिए सूचना जारी कर इच्छुक कंपिनयों से प्रस्ताव मांगें गए थे। प्राधिकरण की योजना सभी तरह के कूड़े का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करना है,जिससे शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाया जा सके। इसमें स्टार्टअप कंपनियों को प्राथमिकता दी जाएगी। उद्यानिक कूड़े के निस्तारण के लिए कार्यस्थल पर ही खाद गड्ढा का निर्माण किए जाने का निर्णय लिया गया है। इस पर काम शुरू हो गया है।
कोट
अब तक छह से अधिक कार्यस्थलों पर यह काम किया जा चुका है। इससे उद्यानिक कूड़े के निस्तारण की समस्या का कुछ हद तक समाधान हो जाएगा। इससे तैयार खाद का उपयोग नर्सरी में किया जाएगा। सभी कार्यस्थलों पर इस तरह के गड्ढे का निर्माण किया जाएगा। पीपी मिश्रा, वरिष्ठ प्रबंधक, ग्रेनो प्राधिकरण।
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