उत्तर प्रदेश, नोएडा: लापरवाह बिल्डर पर कार्रवाई के लिए चक्का जाम, पुलिस ने घसीटकर लोगों को हटाया
उत्तर प्रदेश, नोएडा: लापरवाह बिल्डर पर कार्रवाई के लिए चक्का जाम, पुलिस ने घसीटकर लोगों को हटाया

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा। सेक्टर ओमीक्रॉन-तीन की मिगसन अल्टिमो में आंधी के दौरान गिरी ग्रिल की चपेट में आने से महिला और उसके दो साल के नाती की मौत के बाद बृहस्पतिवार को निवासियों ने सोसाइटी से सड़क तक हंगामा किया। उन्होंने बिल्डर और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई न होने पर 130 मीटर रोड पर चक्का जाम किया। इससे करीब एक घंटे तक यातायात प्रभावित रहा। मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे उच्च अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। पुलिस ने घसीटकर लोगों को हटाया। इसमें कई निवासियों को चोट लगी है। करीब तीन घंटे तक हंगामा चला। कार्रवाई के आश्वासन पर निवासी शांत हुए।
बुधवार रात आंधी के कारण सन-4 टावर की छत से लोहे और टीन की ग्रिल गिर गई, जिसकी चपेट में आने से महिला का सिर धड़ से अलग हो गया। कुछ घंटे बाद उसके नाती ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया। निवासियों का आरोप है कि ग्रिल को छत पर शॉफ्ट के ऊपर अस्थायी रूप से रखा गया था। इस वजह से तेज हवा के साथ नीचे आ गिरी। पुलिस ने भी बिल्डर पर कार्रवाई नहीं की। इसके विरोध में बृहस्पतिवार सुबह करीब 11 बजे निवासी क्लब के बाहर एकत्र हुए और पैदल चलकर सोसाइटी के बाहर 130 मीटर रोड पर पहुंचे और सड़क जाम कर दी। भीड़ में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी।
घसीटकर हटाया, कई लोगों को लगी चोट
निवासियों ने 130 मीटर रोड के साथ सर्विस रोड व अन्य सड़कों को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया। सूचना मिलने पर सूरजपुर व अन्य कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने निवासियों को समझाकर जाम खोलने का प्रयास किया, लेकिन एक घंटे तक सफलता नहीं मिली। उसके बाद एसीपी व कमांडो की टीम को बुलाया गया और निवासियों को जबरन हटाकर रास्ता खुलवाया। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई। कई निवासियों को घसीटकर सड़क से हटाया गया। कुछ को हिरासत में लिया गया। कई निवासियों को पैर व हाथ में चोटें लगी हैं। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। जाम खुलने के बाद भी निवासी डटे रहे और पुलिस के साथ उनकी तीखी नोकझोंक चलती रही। दोपहर दो बजे के बाद डीसीपी के साथ बैठक तय होने पर निवासी हटे।
डायवर्ट करना पड़ा यातायात
निवासियों के रास्ता बंद करने के बाद 130 मीटर रोड पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। प्राधिकरण गोलचक्कर से सोसाइटी के तरफ जाने वाली सड़क पर लंबा जाम लग गया। कुछ देर बाद ही पुलिस ने यातायात को डायवर्ट कर दिया। वाहनों को सर्विस रोड से वापस प्राधिकरण गोलचक्कर की तरफ भेजा गया। वहां से वाहनों को दूसरी तरफ भेज दिया गया। जाम के दौरान चालकों की भी निवासियों से काफी बहस हुई।
पुरुषों के साथ महिलाओं ने संभाला मोर्चा
पुरुषों ने 130 मीटर रोड को बंद किया तो महिलाओं ने सर्विस रोड से वाहनों को आगे नहीं जाने दिया। कुछ महिलाओं ने गोलचक्कर के पास एक-दूसरे का हाथ पकड़कर रास्ता बंद किया। साथ ही महिलाओं ने बिल्डर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बैठक का टाइम देकर नहीं पहुंचा बिल्डर
हादसे के बाद निवासियों ने इसकी शिकायत बिल्डर से की। बिल्डर ने बैठक के लिए निवासियों को सुबह 11 बजे का समय दिया था, जिसमें निवासी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा करते। तय समय पर सभी निवासी सोसाइटी के कॉमन एरिया में एकत्र हो गए, लेकिन 11 बजे तक बिल्डर नहीं पहुंचा। इससे गुस्सा होकर निवासियों ने 130 मीटर रोड को जाम कर दिया। लोगों का आरोप है कि पिछले साल भी इस समय ग्रिल गिरी थी।