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उत्तर प्रदेश, नोएडा: डीजीपी बोले- यूपी में नहीं बचा कोई माफिया

उत्तर प्रदेश, नोएडा: -कुंभ और कोविड में उम्मीद से बढ़कर दी सेवाएं

अमर सैनी

उत्तर प्रदेश, नोएडा। नोएडा में बेहतर पुलिसिंग के लिए 26 स्थानों पर वीडियो वॉल , 10 पिंक बूथ और 2 थानों पर ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट , 8 पुलिस चौकियों व पुलिस लाइन में बने भवनों का आज लोकार्पण पुलिस महानिदेशक उप्र प्रशांत कुमार ने किया। इस मौके पर सांसद डॉक्टर महेश शर्मा, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, दादरी विधायक तेजपाल सिंह नागर के अलावा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि एनजी, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम मौजूद रहे। कार्यक्रम नोएडा पुलिस कमिश्नरेट सेक्टर-108 में किया गया।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक उप्र प्रशांत कुमार ने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर में बढ़ोतरी ही उप्र में बदलते पुलिसिंग की एक झलक है। प्रदेश में कोई बड़ा माफिया बचा नहीं। लेकिन एक अन्य तरीके के माफिया आ रहे है जो अच्छी पोजिशन में रहते है और गठजोड़ बनाते है। ये प्रजातंत्र के मूल स्तंभ है जो नेक्सेस बनाकर पुलिस पर प्रेशर पैदा करते है। उस पर कड़ा एक्शन लिया जा रहा है।50 सालों के बाद ये तय किया गया कि उप्र में पुलिस कमिश्नरी लागू की जाए। सात चरणों में पुलिस कमिश्नरी लागू की गई। प्रथम चरण में लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर को ये सम्मान मिला था। और इसके बाद से ये कमिश्नरी काम कर रही है। उप्र पुलिस बल विश्व की सबसे बड़ी सिविल पुलिस संस्था है। जिसका नियतन करीब सवा चार लाख है। 2017 इसका संख्या करीब 4 लाख था। ढाई लाख वैकेंसी थी। पिछले आठ सालों में पारदर्शी तरीके से भर्तियां की गई। अब सिर्फ 50 हजार भर्तियां ही बची है। जिसकी घोषणा भी कर दी गई है। हमारी पुलिस फोर्स का ऐज प्रोफाइल करीब 30 साल का हो गया।

कोविड और कुंभ में डियूटी बिफोर सेल्फ
कोविड और कुभं के दौरान जो पुलिस ने सेवाएं दी। डियूटी बिफोर सेल्फ यानी अपनी परवाह न करते हुए सेवाएं देना। ऐसी सेवाएं दी जिनकी कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई। ऐसे बहुत से उदाहरण है। जिसमें परिवार के लोग विदेशों में है यहां कोई घटना हो गई वो आ नहीं सकते। ऐसे में उनकी अंतेष्टी भी पुलिस वालों ने धार्मिक तरीके से कराई। वीडियो पर करवाकर दिखाया। 112 की गाड़ियों ने दवा , दूध , सब्जी तक पहुंचाई। उसकी कोई ट्रैनिंग पुलिस को नहीं दी गई थी। महाकुंभ हुआ इसमें केवल कुछ जगहों पर स्पेशल पुलिस के पास ही वेपन थे। बाकी पुलिस रस्सी, सीटी और लाउड हेलर की बदौलत 45 दिन के अंदर 66 करोड़ लोगों को स्नान करवाया।

112 का रिस्पांस टाइम कम हुआ
112 की बात करे रिस्पांस टाइम 2017 में 30 मिनट था। आज ये घटकर आठ मिनट रह गया है। अधिक से अधिक गाड़ियां शामिल की गई। कॉल लेने की कैपेसिटी बढ़ाई गई। हमने हॉटस्पॉट बनाए। उन्ही स्पॉट के आधार पर ही नोएडा में पिंक बूथ बनाए गए है। जिसका सीएसआर के तहत बहुत से उद्घाटन किए गए। पिछले 16 महीनों में 89000 लोगों को सजा दिलाई जिसमें 65 को मृत्यु दंड दिया गया। महिलाओं से संबंधित अपराधों के मामले में सबसे ज्यादा सजा उप्र पुलिस ने लोगों को दिलाई।

नोएडा से होगी भाषीय ऐप की शुरुआत
नोएडा से पायलेट प्रोजेक्ट की तर्ज पर भाषीय ऐप का प्रयोग कर सकते है। जिसमें किसी भी भाषा का व्यक्ति हमारे पास आए और हम उसको ट्रांसलेट करे। ड्रग की बहुत बड़ी समस्या है। यहां के शिक्षण संस्थाओं में उसके लिए भी अभियान सीपी ने चलाया है। इससे समाज के सभी लोग प्रभावित हो रहे है। ड्रग के खिलाफ हमारा साथ दे। पुलिसिंग में सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है।

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