उत्तर प्रदेश, लखनऊ: यूपी में मक्का की उत्पादकता में वृद्धि और किसानों को जागरूक करने पर योगी सरकार का जोर
उत्तर प्रदेश, लखनऊ: कृषि भवन में शुक्रवार (4 जुलाई) को बैठक में होगी चर्चा

उत्तर प्रदेश, लखनऊ, 3 जुलाई: योगी सरकार मक्का किसानों के हित के लिए निरंतर कदम उठा रही है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था प्रमुखतया कृषि पर निर्भर है। दो तिहाई जनसंख्या की आय का साधन भी कृषि है। यूपी के किसानों की आय में वृद्धि के साथ ही अर्थव्यवस्था को समृद्ध करने के लिए ऐसी फसल का चुनाव उपयुक्त हो रहा है, जो किसानों के साथ-साथ उद्योग जगत को भी समृद्ध करे।
वर्तमान में मक्का की उपयोगिता खाद्यान्न, पशुचारा, पशु आहार के साथ ही अनुसंधान के परिणामस्वरूप ऊर्जा के उत्पादन में भी प्रयोग किया जाने लगा है। अब किसान अन्नदाता के साथ-साथ ऊर्जादाता भी बन गया है। प्रदेश में मक्का के उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि हेतु प्रजातियों के विकास, पैकेज आफ प्रैक्टिसेज का सुधार, उद्योग आधारित प्रसंस्करण एवं विपणन पर किसानों को जागरूक किया जाना जरूरी है। इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कृषि विभाग के तत्वाधान में कृषि भवन के प्रथम तल पर शुक्रवार (4 जुलाई) को अपराह्न 3 बजे बैठक का आयोजन किया गया है, जिसमें भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान लुधियाना पंजाब के 05 वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अंतरराष्ट्रीय मक्का एवं गेहूं सुधार केन्द्र (ICAR-IIMR & CIMMYT) मैक्सिको के वरिष्ठ वैज्ञानिक उपस्थित रहेंगे।
बैठक की अध्यक्षता प्रमुख सचिव (कृषि) करेंगे। इसमें चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर, आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज अयोध्या, सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ, बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बांदा के कुलपति एवं उनके निदेशक शोध, कृषि विभाग के सभी निदेशकगण एवं समस्त योजनाधिकारी प्रतिभाग करेंगे।
बैठक में मक्का से सम्बन्धित उत्पादन के प्रमुख निवेशों जैसे कम मूल्य पर गुणवत्ता युक्त बीज की उपलब्धता बनाये रखना, फसल उत्पादन की नवीन तकनीक, मक्का को उद्योग के रूप में विकसित करने हेतु आवष्यक कम लागत के मशीनों के माडल का बढ़ावा, उद्योगों से सम्बन्धित उत्पादन एजेंसियों की क्षमता संवर्द्धन तथा ऐथनाल आधारित उद्योगों के विकास पर विचार-विमर्श किया जायेगा।
इस प्रकार के रणनीतिक विचार-विमर्श से प्रदेश की मक्का की उत्पादकता देश के अन्य राज्यों के समान अग्रणी उत्पादक राज्य के रूप में विकसित होने की सम्भावना बढ़ेगी। साथ ही वन ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था की पूर्ति में सहायक होगी।
किसानों में वितरित किया जाएगा संकर धान बीज
अपर कृषि निदेशक (चावल) द्वारा 4 जुलाई (शुक्रवार) को।दोपहर 12 बजे जनपद लखनऊ के विकासखण्ड मोहनलालगंज में समन्वित धान्य विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत लाभार्थी किसानों में संकर धान बीज का वितरण कराया जायेगा। इसके साथ ही चयनित ग्राम में बायर क्राप साइंस द्वारा धान की संकर प्रजाति की सीधी बुवाई का भी निरीक्षण किया जायेगा।