उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद:सब्जी मंडी में 40 लाख से प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त होगी
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद:सब्जी मंडी में 40 लाख से प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त होगी
अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद।साहिबाबाद स्थित नवीन फल और सब्जी मंडी में प्रकाश व्यवस्था दुरस्त करने के लिए 40 लाख रुपये से काम किया जाएगा। मंडी में तीन हाई मास्ट और 20 नई स्ट्रीट लाइट लगेंगी। सभी संभावित स्थानों को चिह्नित कर लिया गया है। शासन से मंजूरी मिलने के बाद जल्द लाइट लगाने का शुरू किया जाएगा। मंडी सुबह तीन बजे से ही व्यापारियों और ग्राहकों का आना शुरू हो जाता है। रोजाना सब्जी मंडी में दस हजार से अधिक लोग आते हैं, लेकिन प्रकाश व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। रात के समय खरीद-फरोख्त करने वाले व्यापारियों और ग्राहकों को पर्याप्त रोशनी नहीं होने के कारण व्यापार करने में दिक्कत होती है। इससे न केवल व्यापार प्रभावित होता है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी यह स्थिति चिंताजनक है। नई लाइट के लगने से यह समस्या हल हो जाएगी और मंडी का वातावरण अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनेगा।
मंडी सचिव सुनील कुमार शर्मा ने का कहना है कि लंबे समय से खराब लाइट को ठीक करने और नई लाइट लगाने की मांग चल रही थी। तीन हाई मास्ट लाइट मंडी के मुख्य हिस्सों में लगाई जाएंगी, जबकि 20 स्ट्रीट लाइटें अलग-अलग स्थानों पर लगाई जाएंगी। स्ट्रीट लाइट लगाने से लिए जगह चिह्ति कर ली गई है।
स्ट्रीट लाइट खराब होने से परेशानी
प्याज के थोक विक्रेता अभिमन्युृ गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में 80 स्ट्रीट लाइट लगी हैं। इनमें से 20 खराब हैं। वहीं, चार जगह हाई मास्ट लाइट लगी हुई हैं। वह भी ठीक से नहीं चलती है। इससे मंडी में आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। मंडी समिति में कई बार शिकायत के बाद भी स्ट्रीट लाइट को ठीक नहीं किया जा रहा। इसका खामियाजा व्यापारियों और ग्राहकों को भुगतना पड़ रहा। खराब स्ट्रीट लाइट के कारण दोपहिया वाहन चालकों को अधिक परेेशानी हो रही।
व्यापारियों को राहत मिलेगी
आलू के थोक विक्रेता खेमचंद ने बताया कि मंडी में स्ट्रीट और हाईमास्ट लाइट लगने से बड़ा सुधार होगा, जिससे रात में भी व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। मंडी में प्रकाश व्यवस्था ठीक नहीं होने से जल्दी आने में डर लगता है। खराब प्रकाश व्यवस्था के कारण कई बार बुजुर्ग लोग संतुलन खोकर चोटिल भी हो जाते हैं।