उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: भाजपा कार्यकर्ताओं ने इंदिरापुरम थाने पर दरी बिछाई, पुलिस प्रशासन हाय- हाय के लगाए नारे
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: भाजपा कार्यकर्ताओं ने इंदिरापुरम थाने पर दरी बिछाई, पुलिस प्रशासन हाय- हाय के लगाए नारे
अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद। इंदिरापुरम थाने पर बृहस्पतिवार को भाजपाई पूरे दिन हंगामा करते रहे। शाम को महानगर अध्यक्ष सदर विधायक संजीव शर्मा ने धरने पर पहुंचकर मामले का संभाला और फिर एसीपी के आश्वासन पर भाजपाई थाने से उठे। दरअसल पुलिस के द्वारा भाजपा के खोड़ा मंडल अध्यक्ष अनुज कसाना को गैंगस्टर में गिरफ्तार किए जाने भाजपाई आक्रोशित हो गए और इंदिरापुरम थाने पहुंचकर धरने पर बैठ गए। भाजपाईयों ने चौकी इंचार्ज और खोड़ा थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
इंदिरापुरम थाने पर भाजपाईयों का नेतृत्व कर रहे युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष सचिन डेढ़ा ने बताया कि युवा मोर्चा के खोड़ा मंडल अध्यक्ष अनुज कसाना को पुलिस ने भाई के वरिफिकेशन के नाम पर थाने बुला लिया और वहीं बैठाकर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज कर दिया। केवल एक मामले में नामजद अनुज कसाना के खिलाफ पुलिस की यह कार्रवाई एकतरफा और मनमानी है। हमें एफआईआर की कॉपी भी नहीं दी। भाजपाईयों ने आरोप लगाया कि चौकी इंचार्ज ने मंडल अध्यक्ष अनुज कसाना को एनकाउंटर की धमकी दी है। भाजपा कार्यकर्ता को एनकाउंटर की धमकी देने से पार्टी में रोष है। एनकाउंटर की बात सुनकर अनुज के पिता की तबियत बिगड़ गई, मां आईसीयू में एडमिट हैं। भाजपाईयों ने प्रदर्शन के दौरान गैंगस्टर की कार्रवाई को निरस्त करने और अनुज कसाना को रिहा करने की मांग करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
एसीपी के आश्वासन पर उठे भाजपाई
पुलिस ने कहा कि अनुज कसाना को दाखिल कर दिया गया है। इस पर भाजपाई चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। शाम को करीब चार बजे सदर विधायक और भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा इंदिरापुरम थाने पहुंचे। उन्होंने मामले एसीपी स्वतंत्रत कुमार सिंह ने बात की। बताया जा रहा है कि चौकी इंचार्ज को हटाए जाने के लिए एसीपी के आश्वासन के बाद भाजपाई थाने से उठे।
क्या है पूरा मामला
युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष अनुज कसाना और भाई अमित कसाना के खिलाफ खोड़ा थाने में फायरिंग रंगदारी के मामले दर्ज बताए गए हैं। पुलिस ने मामले में दोनों भाईयों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अनुज को पहले ही जमान मिल गई थी जबकि भाई अमित को बुधवार को ही जमानत मिली है। जमानत मिलने पर ही अनुज अपने भाई के वेरिफिकेशन के लिए बुधवार खोड़ा थाने पहुंचे तो पुलिस गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज कर अनुज को हिरासत में ले लिया। दोनों भाईयों पर गैंगस्टर के मामले की विवेचना इंदिरापुरम थाना प्रभारी रवेंद्र गौतम को दी गई थी। भाजपाईयों को अनुज की गिरफ्तारी और गैंगस्टर की जानकारी मिली तो बृहस्पतिवार को इंदिरापुरम थाने पहुंचकर धरने पर बैठ गए।
पुलिस कमिश्नर से भी मिले भाजपाई
भाजपाईयों का एक प्रतिनिधिमंडल मामले में पुलिस आयुक्त अजय मिश्र से भी मिला। बताया जा रहा है कि पुलिस कमिश्नर से प्रतिनिधि मंडल से कहा है कि पुलिस कार्रवाई यदि गलत लग रही है तो उसे कोर्ट में चेलेंज करें। साथ ही पुलिस कमिश्नर ने थाना प्रभारी के खिलाफ शिकायत की मांग को गलत करार दिया और चौकी प्रभारी पर धमकी देने के आरोप को जांच का विषय बताया
पुतला फूंकने की भी तैयारी थी
भाजपाईयों ने इंदिरापुरम थाने पर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुतला फूंकने की भी तैयारी की थी। प्रदर्शन के दौरान भाजपा के क्षेत्रीय प्रवीण भड़ाना, काजल त्यागी, प्रवीण भारद्वाज और खोड़ा नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष रीना भाटी भी इंदिरापुरम थाने पहुंचने वालों में शामिल रहीं। भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने भी थाने पहुंचकर गैंगस्टर की कार्रवाई को निरस्त करने और चौकी प्रभारी मनीष यादव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसीपी के चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन पर भाजपाई धरने से उठने का राजी हो गए।