TCS Layoffs 2025: टीसीएस में 12,000 कर्मचारियों की छंटनी, शेयर बाजार में आई गिरावट
TCS ने 12,000 कर्मचारियों की छंटनी का एलान किया है। कंपनी के इस फैसले के बाद शेयर बाजार में टीसीएस के शेयरों में 2% तक की गिरावट देखी गई। यह कदम "भविष्य के लिए तैयार" संगठन की रणनीति का हिस्सा है

TCS Layoffs 2025: TCS ने 12,000 कर्मचारियों की छंटनी का एलान किया है। कंपनी के इस फैसले के बाद शेयर बाजार में टीसीएस के शेयरों में 2% तक की गिरावट देखी गई। यह कदम “भविष्य के लिए तैयार” संगठन की रणनीति का हिस्सा है
TCS Layoffs 2025: टीसीएस का बड़ा फैसला: 12,000 कर्मचारियों की होगी छंटनी
भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए इस साल अपने वैश्विक कार्यबल से करीब 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है। कंपनी ने बताया कि यह कदम संगठन को “भविष्य के लिए तैयार” करने की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मार्केट एक्सपेंशन और कार्यबल पुनर्गठन पर फोकस किया जाएगा।
TCS Layoffs 2025: शेयर बाजार में असर: टीसीएस के शेयरों में दो प्रतिशत तक की गिरावट
टीसीएस द्वारा छंटनी की घोषणा के बाद सोमवार को शेयर बाजार में कंपनी के शेयरों में 2% तक की गिरावट देखने को मिली। बीएसई में शेयर 1.69% गिरकर 3,081.20 रुपये और एनएसई में 1.7% गिरकर 3,081.60 रुपये पर बंद हुआ।
TCS Layoffs 2025: किन कर्मचारियों को मिलेगा असर?
टीसीएस ने स्पष्ट किया है कि इस छंटनी से कंपनी के लगभग 2% वैश्विक कार्यबल प्रभावित होंगे।
30 जून, 2025 तक, टीसीएस के कुल कर्मचारी 6,13,069 थे। जून तिमाही में कंपनी ने 5,000 नई भर्तियां की थीं। लेकिन अब मुख्य रूप से मध्यम और वरिष्ठ ग्रेड के कर्मचारियों को इस छंटनी का सामना करना पड़ेगा।
TCS Layoffs 2025: क्या बोले टीसीएस के अधिकारी?
टीसीएस ने बयान में कहा:
“कंपनी में बदलाव की प्रक्रिया चल रही है। इसके एक हिस्से के रूप में, हम संगठन से उन सहयोगियों को भी मुक्त करेंगे जिनकी तैनाती संभव नहीं हो सकती है।”
कंपनी ने भरोसा दिलाया है कि प्रभावित कर्मचारियों को उचित लाभ, परामर्श सेवाएं, आउटप्लेसमेंट सहायता और हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।
TCS Layoffs 2025: वैश्विक आईटी सेक्टर पर असर
यह फैसला उस समय आया है जब भारतीय आईटी कंपनियां FY 2026 की पहली तिमाही में कमजोर राजस्व वृद्धि का सामना कर रही हैं।
जून तिमाही की रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनाव ने टेक्नोलॉजी सेक्टर की डिमांड पर नकारात्मक असर डाला है, जिससे ग्राहकों के निर्णयों में देरी हुई है।
TCS Layoffs का यह कदम केवल कर्मचारियों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे IT सेक्टर के लिए एक अहम संकेत है। कंपनी के इस बड़े फैसले से यह स्पष्ट होता है कि आने वाले समय में तकनीकी कंपनियों में AI और ऑटोमेशन के चलते कार्यबल में बदलाव देखने को मिल सकता है।