नई दिल्ली, 3 अक्तूबर: अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण विनियामक फोरम (आईएमडीआरएफ) की सदस्यता मिलने के साथ ही केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) भारत को ‘वैश्विक ब्रांड’ बनाने की राह पर अग्रसर हो गया है।
दरअसल, वैश्विक चिकित्सा उपकरण बाजार में भारतीय चिकित्सा उपकरणों की मांग अन्य देशों के मुकाबले कम है जिसे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार का सीडीएससीओ निरंतर काम कर रहा है। इस संबंध में आईएमडीआरएफ की सदस्यता वैश्विक मानकों के अनुरूप भारतीय चिकित्सा उपकरणों की गुणवत्ता और सटीकता सुनिश्चित करने में मदद करेगी। जिससे भारतीय निर्माता ‘ब्रांड इंडिया’ का निर्माण करने में सक्षम हो सकेंगे। सीडीएससीओ देश में सौंदर्य प्रसाधन ,फार्मास्यूटिकल्स और चिकित्सा उपकरणों का नियमन करने वाला राष्ट्रीय निकाय है।
वर्ष 2011 में स्थापित आईएमडीआरएफ के सदस्यों में संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोपीय संघ, जापान, यूनाइटेड किंगडम, ब्राजील, रूस, चीन, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर के राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण समेत विश्व स्वास्थ्य संगठन शामिल हैं। इस फोरम की सदस्यता दुनिया भर में विनियामक आवश्यकताओं को सुसंगत बनाने में मदद करती है, जो निर्माताओं के लिए जटिलता को कम करती है और सहयोग को बढ़ावा देती है। साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा में मदद करती है।