Sushma Swaraj Punyatithi: सुषमा स्वराज की 6वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन, वृक्षारोपण कर दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

Sushma Swaraj Punyatithi: सुषमा स्वराज की 6वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन, वृक्षारोपण कर दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि
रिपोर्ट: रवि डालमिया
भारतीय राजनीति की प्रखर वक्ता और जनता की प्रिय नेता, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की आज 6वीं पुण्यतिथि है। इस अवसर पर दिल्ली के जंगपुरा एक्सटेंशन स्थित सिल्वर ओक पार्क में एक विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जहां देश की कई प्रमुख हस्तियों और पार्टी नेताओं ने दिवंगत नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री की बेटी और भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने अपनी मां की स्मृति में पुष्पांजलि अर्पित करते हुए भावुक शब्दों में कहा, “आज छह साल हो गए जब भगवान श्रीकृष्ण मेरी मां को हमसे दूर ले गए। आज भी जब मैं इस पार्क में लोगों की आंखों में उन्हें याद करते हुए देखती हूं, तो मुझे वही स्नेह और प्रेम दिखाई देता है जो वह जीवनभर लोगों से प्राप्त करती रहीं। सुषमा स्वराज को केवल अपनी मां कहना शायद स्वार्थ होगा, वह इस देश की मां थीं, सभी के लिए प्रेरणा थीं।”
इस मौके पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, सांसद योगेंद्र चंदोलिया और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने भी सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की खास बात यह रही कि दिवंगत नेता की स्मृति में पार्क में वृक्षारोपण भी किया गया, जिसमें स्वयं रेखा गुप्ता सहित अन्य नेता शामिल हुए। मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा, “सुषमा जी नारी शक्ति की मिसाल थीं। आज उनकी पुण्यतिथि पर हम न सिर्फ उन्हें याद कर रहे हैं, बल्कि उनके आदर्शों को भी जीवित रखने का संकल्प ले रहे हैं।”
बांसुरी स्वराज ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि वे सुषमा स्वराज से प्रेम करते हैं या उन्हें आदर्श मानते हैं, तो इस दिन किसी जरूरतमंद की मदद करें या उनकी स्मृति में एक पेड़ अवश्य लगाएं। उनका यह संदेश लोगों के दिलों को छू गया। सुषमा स्वराज भारतीय राजनीति में सौम्यता, दृढ़ता और सेवा भाव की प्रतीक थीं। विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने करोड़ों भारतीयों का भरोसा जीता और आम जनता के लिए एक सुलभ नेता के रूप में जानी गईं। आज उनकी 6वीं पुण्यतिथि पर दिल्ली की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें नम आंखों से याद किया।