Jagannath Rath Yatra 2025: इंद्रप्रस्थ विस्तार में भक्ति भाव से सम्पन्न हुआ श्री जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव 2025

Jagannath Rath Yatra 2025: इंद्रप्रस्थ विस्तार में भक्ति भाव से सम्पन्न हुआ श्री जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव 2025
इंद्रप्रस्थ विस्तार स्थित आम्रपाली अपार्टमेंट में इस वर्ष चतुर्थ *श्री जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव 2025* का आयोजन भव्यता और आध्यात्मिक उल्लास के साथ संपन्न हुआ। यह आयोजन *प्योर भक्ति योग परिवार* एवं *यूनाइटेड टू सर्व फाउंडेशन* के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय कार्यक्रम के रूप में संपन्न हुआ, जिसने श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों को अध्यात्म, भक्ति और संस्कृति से ओतप्रोत कर दिया।
महोत्सव के प्रथम दो दिन भगवान श्री जगन्नाथ की कथा का आयोजन किया गया, जिसमें पूज्यपाद *राधानाथ दास जी* ने भगवान श्री जगन्नाथ की लीलाओं, रथ यात्रा के ऐतिहासिक महत्व, भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु के रथ यात्रा के प्रति प्रेमभाव और आध्यात्मिक दृष्टिकोण पर भावपूर्ण व्याख्यान दिए। वे *श्रील भक्तिवेदांत नारायण गोस्वामी महाराज* के शिष्य हैं, और उन्होंने कथा को भक्तिरस में डुबोते हुए श्रोताओं को प्रभु प्रेम से सराबोर कर दिया।
तीसरे दिन भव्य रथ यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें भगवान श्री जगन्नाथ जी, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के दिव्य विग्रहों को सुंदर ढंग से सुसज्जित रथ पर विराजमान कर नगर भ्रमण कराया गया। रथ यात्रा मार्ग को भक्ति, उल्लास और भक्तों की जय-जयकार से गूंजायमान कर दिया गया। *हरे कृष्ण महामंत्र* और *हरि बोल* की संकीर्तन ध्वनि से वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठा।
रथ यात्रा में बड़ी संख्या में भक्तगण सम्मिलित हुए, जिनका उत्साह देखते ही बनता था। रास्ते में आने वाली सोसायटियों के निवासियों ने भगवान जगन्नाथ जी का पुष्पवर्षा, आरती और प्रसाद से स्वागत किया, जिससे सम्पूर्ण यात्रा अत्यंत दिव्य एवं मंगलमय हो गई।
महोत्सव में कई गणमान्य अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें *डॉ. अनिल गोयल* (विधायक, कृष्णा नगर), *श्री संजय गोयल* (विधायक, शाहदरा), *श्रीमती रचना धर्मवीर सेठी* (निगम पार्षद, इंद्रप्रस्थ विस्तार), *श्री रमेश गर्ग* (निगम पार्षद, प्रीत विहार), *श्रीमती शशि चन्नना* (निगम पार्षद, मंडावली), *श्रीमती रेखा रानी* (निगम पार्षद, भजनपुरा), एवं *डॉ. कंवर सेन* (पूर्व मेयर) प्रमुख रहे। सभी ने भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए और आयोजन समिति की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
इस वर्ष रथ यात्रा का विशेष आकर्षण रहा युवाओं की सक्रिय भागीदारी। बड़ी संख्या में युवा श्रद्धालु आयोजन में शामिल हुए और रथ को खींचने से लेकर संकीर्तन और स्वागत व्यवस्था तक पूरे समर्पण के साथ लगे रहे। इससे यह आयोजन न केवल धार्मिक रहा बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक बन गया।