Son of Sardaar 2 Review: अजय देवगन की कॉमेडी में दम नहीं, स्क्रिप्ट कमजोर और हंसी गायब
Son of Sardaar 2 Review: अजय देवगन और मृणाल ठाकुर की फिल्म दर्शकों को हंसी तो नहीं दिला पाई, लेकिन निराश जरूर कर गई। आइए जानते हैं इस फिल्म का पूरा विश्लेषण।

Son of Sardaar 2 Review: अजय देवगन और मृणाल ठाकुर की फिल्म दर्शकों को हंसी तो नहीं दिला पाई, लेकिन निराश जरूर कर गई। आइए जानते हैं इस फिल्म का पूरा विश्लेषण।
Son of Sardaar 2 Review: कॉमेडी का ढोल, जिसमें दम नहीं
फिल्म की कहानी: पुराना फॉर्मूला, नया मज़ाक
Son of Sardaar 2 Review की शुरुआत एक बहुत ही सामान्य पंजाबी बैकड्रॉप से होती है, जहां परिवार, दुश्मनी और शादी जैसे तत्वों को एक कॉमेडी के चोले में पेश किया गया है। फिल्म की स्क्रिप्ट पुरानी है और पंचलाइन इतनी थकी हुई हैं कि हंसी की जगह जम्हाई आती है। निर्देशक विजय कुमार अरोड़ा की यह कोशिश दर्शकों को जोड़ने में असफल रही।
Son of Sardaar 2 Review: अभिनय, अजय देवगन का ओवरएक्टिंग शो
Son of Sardaar 2 Review में अजय देवगन का अभिनय ज़्यादा ओवर-द-टॉप और कम प्रभावशाली नजर आता है। मृणाल ठाकुर की मौजूदगी फ्रेश तो लगती है, लेकिन उन्हें स्क्रिप्ट ने कुछ खास करने का मौका ही नहीं दिया। रवि किशन का किरदार ज़रूर थोड़ा मनोरंजक लगता है, लेकिन वह भी बस कुछ समय के लिए।
Son of Sardaar 2 Review कॉमेडी: हंसी कम, बोरियत ज़्यादा
अगर आप Son of Sardaar 2 Review पढ़ रहे हैं यह सोचकर कि यह फिल्म आपको हंसी का डोज़ देगी, तो आप निराश होंगे। फिल्म में पुराने जमाने की कॉमेडी का उपयोग किया गया है, जो आज के दर्शकों को अपील नहीं करती। संवादों में दम नहीं है और बहुत से जोक्स बिना किसी टाइमिंग के गिर जाते हैं।
Son of Sardaar 2 Review संगीत और निर्देशन: कुछ भी यादगार नहीं
फिल्म के गाने भी औसत दर्जे के हैं और कोई ट्रैक ऐसा नहीं जो लंबे समय तक याद रहे। निर्देशक ने पंजाबी फ्लेवर देने की कोशिश की, लेकिन वह भी आधा-अधूरा लगता है। कैमरा वर्क और एडिटिंग में भी कोई खास क्रिएटिविटी नहीं है।
Son of Sardaar 2 Review के अनुसार फिल्म मिस हो सकती है
Son of Sardaar 2 Review यह दर्शाता है कि फिल्म एक कमजोर स्क्रिप्ट, पुरानी कॉमेडी और औसत प्रदर्शन का मिश्रण है। यदि आप अजय देवगन के फैन हैं, तो एक बार देख सकते हैं, लेकिन अच्छा कंटेंट चाहने वाले दर्शकों के लिए यह फिल्म टाइम पास से ज़्यादा कुछ नहीं है।