सेक्टर-116 में बनेगा बुद्ध पार्क, 32 एकड़ में खर्च होंगे 80 करोड़ रुपये, 100 फीट की होगी मूर्ति
सेक्टर-116 में बनेगा बुद्ध पार्क, 32 एकड़ में खर्च होंगे 80 करोड़ रुपये, 100 फीट की होगी मूर्ति
अमर सैनी
नोएडा। सेक्टर-116 में गौतम बुद्ध की थीम पर बुद्ध पार्क बनाया जाएगा। 32 एकड़ के इस पार्क का शिलान्यास सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया। पार्क के निर्माण पर करीब 80 करोड़ रुपये की लागत आई है। पार्क में गौतम बुद्ध की उनकी आध्यात्मिक यात्रा को दिखाया जाएगा। साथ ही इस पार्क में गौतम बुद्ध की मूर्ति बनाई जाएगी। यह मूर्ति 100 फीट की होगी। इसे 34 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। यह पार्क का लैंडमार्क होगा।
पार्क में ध्यान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और शिक्षण गतिविधियों के तौर पर विकसित किया जाएगा। पार्क की गौतम बुद्ध की मूर्ति आध्यात्मिक भावनाओं को दर्शाएगी। पार्क के ध्यान क्षेत्र में बैठने की व्यवस्था के अलावा फव्वारा, बेहतर लैंडस्केप होगा। जो आपको ध्यान लगाने में मदद करेगा और आपके मूड को भी रिलैक्स करेगा। सांस्कृतिक मंडप इसे गौतम बुद्ध के जीवन से जुड़ी जीवन गैलरी के तौर पर विकसित किया जाएगा। यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम और शैक्षणिक कार्यशालाओं का आयोजन किया जा सकेगा। ये कार्यशालाएं बुद्ध के जीवन पर आधारित होंगी। जिसके लिए एनजीओ से बातचीत की जा रही है। मनोरंजन क्षेत्र में यहां आने वाले लोगों को सैर करने पर ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए पार्क में जॉगिंग ट्रैक, फिटनेस सेंटर बनाया जाएगा। जिससे वे खुद को स्वस्थ रख सकेंगे। पार्क में वाटर बॉडी का जोन होगा। इसमें तालाब बनाया जाएगा। फव्वारे के अलावा एक छोटी झील भी बनाई जाएगी। जिससे पार्क की खूबसूरती बढ़ेगी और इस झील के आसपास लैंडस्केपिंग होगी। जो देखने में बेहद खास होगी। यानी यहां बनने वाला गार्डन लोटस गार्डन की तरह फ्लोरा थीम पर आधारित होगा। इसके अलावा उन पेड़ों को जगह दी जाएगी जो जीवन देने वाले या औषधि से संबंधित हैं।
लोगों की हर जरूरत का रखा जाएगा ख्याल
सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए यहां एम्फीथिएटर बनाया जाएगा। पार्क में आने वाले लोगों के लिए मंडप और शेल्टर बनाए जाएंगे। ताकि लोग यहां बैठकर प्रकृति का आनंद ले सकें। सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए यहां एम्फीथिएटर बनाया जाएगा। इसके अलावा एक विजिटर सेंटर भी बनाया जाएगा, जिसमें सूचना डेस्क, रेस्ट रूम, कैफे आदि होंगे। एक सर्कुलेशन एरिया होगा। इसमें पाथ वे, सड़क, पैदल मार्ग होगा, ताकि लोग आसानी से पार्क के एक कोने से दूसरे कोने तक जा सकें। पार्किंग होगी। जिसमें विजिटर आसानी से अपनी कार और दो पहिया वाहन पार्क कर अंदर जा सकेंगे।
पार्क को इको फ्रेंडली बनाया जाएगा
पार्क में वर्षा जल और भूजल को रिचार्ज करने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सोलर एनर्जी प्लांट और विलुप्त होने की कगार पर मौजूद पौधों की प्रजातियों को इको फ्रेंडली डिजाइन में लगाया जाएगा। इतना ही नहीं, कचरे के लिए वेस्ट मैनेजमेंट के तहत यहां रिसाइकिलिंग सिस्टम लगाया जाएगा। यहां रात के लिए रंग-बिरंगी लाइटें और बेहतर सिंचाई व्यवस्था होगी। साथ ही पार्क में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनके कंट्रोल के लिए कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इसके अलावा शाम के समय यहां सुरक्षाकर्मियों की ओर से ट्रॉलिंग की जाएगी।