संगीत थेरेपी से तनाव दूर, 30 विद्यार्थियों ने थेरेपी में लिया हिस्सा
संगीत थेरेपी से तनाव दूर, 30 विद्यार्थियों ने थेरेपी में लिया हिस्सा
अमर सैनी
नोएडा। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ने संगीत थेरेपी शुरू की है। कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग और संगीत विभाग ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है। पहले चरण में दोनों विभागों ने मिलकर धुनें तैयार की हैं। शुरुआत में कॉलेज के 30 विद्यार्थियों ने थेरेपी में हिस्सा लिया। उन पर काफी अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं।
कॉलेज प्रबंधन के मुताबिक पढ़ाई को लेकर बच्चों में उत्साह और आत्मविश्वास का स्तर बढ़ा है। अब विभाग अन्य लोगों को भी इसमें शामिल करने की तैयारी कर रहा है। विभाग अन्य लोगों को भी इसमें शामिल करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए ऑनलाइन फॉर्म जारी किया गया है। इसे भरकर कोई भी व्यक्ति थेरेपी में हिस्सा ले सकता है। जल्द ही मनोविज्ञान विभाग एक टोल फ्री नंबर जारी करेगा। इसके जरिए लोग अपॉइंटमेंट ले सकेंगे। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि संगीत थेरेपी में सबसे पहले मनोविज्ञान विभाग सवालों के जरिए प्रभावित व्यक्ति के तनाव के स्तर का पता लगाता है। इसके बाद उनकी काउंसलिंग की जाती है। फिर संगीत थेरेपी शुरू की जाती है। इसके लिए विभाग की ओर से कई तरह की संगीत धुनें तैयार की गई हैं। प्राचार्य ने बताया कि शास्त्रीय संगीत के जरिए म्यूजिक थेरेपी की धुन तैयार की गई है। इसमें राग भैरवी, राग भोपाली, राग बिलावल का इस्तेमाल किया गया है। इन सभी रागों को बांसुरी की धुन पर पिरोया गया है। उन्होंने बताया कि संगीत सुनने से मन को शांति मिलती है और तनाव कम होता है। ध्यान और योग के बाद संगीत की धुनें सुनी जाती हैं।
28 दिनों तक म्यूजिक थेरेपी चलती है
प्रबंधन के मुताबिक लगातार 28 दिनों तक म्यूजिक थेरेपी चलती है। इससे जुड़ने के बाद पहले चरण में योग और ध्यान का अभ्यास कराया जाता है। इसके बाद लोगों को ध्यान की मुद्रा में बैठाया जाता है और दस मिनट तक शास्त्रीय संगीत की धुनें बजाई जाती हैं। रोजाना ध्यान और म्यूजिक थेरेपी में हिस्सा लेने वाले कॉलेज के विद्यार्थियों में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। अब विभाग ने अन्य लोगों को भी म्यूजिक थेरेपी में शामिल करना शुरू कर दिया है।