Ranya Rao Gold Smuggling Case: एक्ट्रेस रान्या राव के पिता IPS के रामचंद्र राव बहाल, कर्नाटक सरकार ने फिर से बनाया DGP
Ranya Rao Gold Smuggling Case: कर्नाटक सरकार ने IPS अधिकारी डॉ. के रामचंद्र राव को बहाल किया है। उनकी बेटी रान्या राव सोना तस्करी मामले में जेल में हैं। पढ़ें पूरी खबर।

Ranya Rao Gold Smuggling Case: कर्नाटक सरकार ने IPS अधिकारी डॉ. के रामचंद्र राव को बहाल किया है। उनकी बेटी रान्या राव सोना तस्करी मामले में जेल में हैं। पढ़ें पूरी खबर।
कर्नाटक सरकार का बड़ा फैसला
कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ IPS अधिकारी डॉ. के रामचंद्र राव को फिर से सेवा में बहाल कर दिया है। उन्हें नागरिक अधिकार प्रवर्तन निदेशालय में पुलिस महानिदेशक (DGP) बनाया गया है। इससे पहले मार्च 2025 में उन्हें अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया था, जब उनकी बेटी और एक्ट्रेस Ranya Rao सोना तस्करी मामले में गिरफ्तार हुई थीं।
आदेश में क्या कहा गया?
सोमवार को जारी सरकारी नोटिफिकेशन में कहा गया कि 1993 बैच के IPS अधिकारी राव का अनिवार्य अवकाश तत्काल प्रभाव से खत्म किया जाता है। उन्हें एक अपग्रेडेड खाली पद पर नियुक्त किया गया है, जो DGP, अपराध जांच विभाग, विशेष इकाइयां और आर्थिक अपराध विभाग के बराबर है।
पहले राव कर्नाटक पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के प्रमुख थे। उनकी बेटी को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर 14.2 किलो सोना दुबई से लाने के आरोप में राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने गिरफ्तार किया था।
अधिकारियों का दावा
DRI के मुताबिक, Ranya Rao के साथ एक पुलिस कांस्टेबल भी था जो IPS अधिकारियों के प्रोटोकॉल ड्यूटी पर था। कांस्टेबल ने कहा कि उसे सिर्फ राव के विदेश से लौटने पर स्वागत करने का निर्देश था और उसे तस्करी की कोई जानकारी नहीं थी।
इस मामले की जांच DRI, CBI और ED कर रही हैं, क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला माना जा रहा है।
Ranya Rao का बयान
वर्तमान में जेल में बंद Ranya Rao ने अपने पिता की संलिप्तता से इनकार किया है। 6 मार्च को DRI के ADG को लिखे पत्र में उसने कहा कि उसे झूठा फंसाया गया है और गिरफ्तारी के दौरान मारपीट की गई।
उसने आरोप लगाया कि:
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विमान में ही पकड़ लिया गया।
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कई बार थप्पड़ मारे गए।
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धमकी दी गई कि अगर तैयार दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं किए तो पिता का नाम उजागर किया जाएगा।
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दबाव में 50-60 टाइप किए पन्नों और 40 खाली पन्नों पर हस्ताक्षर कराए गए।
रान्या का दावा है कि कुछ अधिकारी असली दोषियों को बचाने और उसे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।