पुरुषों में बढ़ रहा है हेपेटाइटिस बी-सी का संक्रमण
-वृहद् स्तर पर जागरूकता और टीकाकरण से नियंत्रण संभव

नई दिल्ली, 11 अप्रैल (टॉप स्टोरी न्यूज नेटवर्क): आज दुनिया का हर दूसरा पुरुष हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी से पीड़ित है जिसके चलते भारत समेत 10 देशों में स्वास्थ्य का गंभीर संकट बना हुआ है। यह खतरे की घंटी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बजाई है जिसके मुताबिक समस्या से निपटने के लिए समाज में जागरूकता और वृहद् स्तर पर टीकाकरण बेहद जरुरी है।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया में 25 करोड़ से ज्यादा लोग हेपेटाइटिस बी और करीब 5 करोड़ लोग हेपेटाइटिस सी के साथ जी रहे हैं जिनमें भारत, चीन, बांग्लादेश, इथियोपिया, इंडोनेशिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस, रूसी संघ और वियतनाम समेत 10 देशों की 58 फीसद पुरुष आबादी शामिल हैं। इनमें से 30-54 वर्ष आयु वर्ग के 46 फीसद पुरुष और 18 वर्ष से कम उम्र के 12 फीसद पुरुष बच्चे क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से संक्रमित हैं।
एम्स दिल्ली के गैस्ट्रो विभाग के प्रोफेसर डॉ शालीमार ने बताया कि पुरुषों में हेपेटाइटिस बी और सी हेपेटाइटिस वायरस का संक्रमण ज्यादा पाए जाने के पीछे उनका कामकाजी होना और स्वास्थ्य की नियमित जांच कराना हो सकता है। ये दोनों हेपेटाइटिस लिवर में सूजन का कारण बनते हैं। किसी व्यक्ति को संक्रमण वाले व्यक्ति के शारीरिक तरल पदार्थ से हेपेटाइटिस बी हो सकता है, जबकि हेपेटाइटिस सी आमतौर पर रक्त-से-रक्त संपर्क के माध्यम से फैलता है।
डॉ शालीमार ने कहा, हेपेटाइटिस बी का संक्रमण असुरक्षित यौन संबंध से और बच्चे को जन्म देने वाले माता-पिता के माध्यम से उनके बच्चे को हो सकता है। वहीं, हेपेटाइटिस सी संक्रमण के पीछे असुरक्षित सुईं, ब्लेड और सर्जिकल औजार के जरिये आइवी ड्रग का इस्तेमाल करने, टैटू बनवाने (शरीर गोदना), डेंटल क्लिनिक में खराब दांत या दाढ़ निकलवाने, रक्त दान करने या रक्त आधान कराने और नाई की दुकान पर शेविंग कराने आदि कारण हो सकते हैं।
गंगाराम अस्पताल के गैस्ट्रो संस्थान के निदेशक डॉ अनिल अरोड़ा के मुताबिक भारत में 75 फीसद लोग हेपेटाइटिस रोग की गंभीरता और इससे बचाव करने वाली वैक्सीन से अनभिज्ञ हैं। हमने हाल ही में संपन्न सर्वे में पाया कि लोग एचआईवी एड्स से परिचित हैं लेकिन हेपेटाइटिस और उसके खतरों से अनजान हैं, जबकि यह एचआईवी से आठ गुना ज्यादा घातक है। डॉ अरोड़ा ने कहा इससे बचाव के लिए टीकाकरण जरुरी है जिससे 95 फीसद लोगों को राहत मिल सकेगी।