नई दिल्ली, 22 अगस्त : आरजी कर मेडिकल कॉलेज में भयानक अपराध के खिलाफ निर्माण भवन पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले डॉक्टरों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज होने से डॉक्टर संगठन नाराज हैं।
एफआईआर में नामजद सभी 21 डॉक्टरों के समर्थन में कई संगठन मैदान में उतर आए हैं जो एफआईआर रद्द करने से लेकर निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने की घोषणा कर रहे हैं। इस संबंध में फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (फोर्डा) के महासचिव डॉ सर्वेश पांडे ने वीरवार को कहा कि हम उन 21 रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ एकजुटता से खड़े हैं, जिन्हें शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के बावजूद अन्यायपूर्ण तरीके से आरोपी बनाया गया है। हम सरकार से मांग करते हैं कि डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर को तुरंत रद्द किया जाए।
उन्होंने कहा, अगर ऐसा नहीं किया जाता तो हम अपने साथी डॉक्टरों को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करेंगे। चूंकि ये सभी डॉक्टर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के तहत लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध जता रहे थे। वहीं, फाइमा के अध्यक्ष डॉ रोहन कृष्णन ने कहा, डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होना दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस संबंध में हमारी टीम विधि विशेषज्ञों के साथ विचार- विमर्श कर रही है।