विश्व पार्किन्सन रोग दिवस पर एम्स में परिचर्चा
-एम्स के मूवमेंट डिसऑर्डर क्लिनिक में पार्किन्सन रोग उपचार की सुविधा उपलब्ध

नई दिल्ली, 18 अप्रैल (टॉप स्टोरी न्यूज नेटवर्क): पार्किंसन रोग के प्रति समाज में जागरूकता लाने के लिए वीरवार को एम्स दिल्ली ने विश्व पार्किन्सन रोग दिवस मनाया। इस दौरान पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया जिसमें विशेषज्ञों ने पार्किन्सन रोग के उपचार के विकल्पों पर चर्चा की, जिसमें दवाएं, गहन मस्तिष्क उत्तेजना एवं एपोमोर्फिन इन्फ्यूजन जैसे उन्नत चिकित्सा उपचार शामिल रहे। इस अवसर पर न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ अचल श्रीवास्तव ने कहा, देश में सबसे पहले एम्स में न्यूरोलॉजी केंद्र स्थापित किया गया था यह एक मूवमेंट डिसऑर्डर क्लिनिक है जिसमें एक समर्पित ब्रेन स्टिमुलेशन क्लिनिक सहित पार्किन्सन रोग के व्यापक उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
इस कार्यक्रम में ‘पार्किन्सन रोग के साथ जीवन व्यतीत करना’ के बारे में जानकारी दी गई जिसमें पार्किन्सन रोग के साथ जीवन व्यतीत करने वाले व्यक्तियों ने अपने अनुभव, चुनौतियों तथा सफलता को साझा किया। हालांकि, मुख्य रूप से चलने-फिरने को प्रभावित करने वाले इस विकार में अवसाद एवं नींद संबंधी समस्या वाले लक्षणों की भी जानकारी दी गई। कार्यक्रम का उद्घाटन एम्स निदेशक प्रो. एम. श्रीनिवास और न्यूरोलॉजी केंद्र के प्रमुख प्रो. शैलेश गायकवाड ने किया। वहीं न्यूरोलॉजी विभाग की अध्यक्ष प्रो. मंजरी त्रिपाठी ने पार्किन्सन रोग के क्षेत्र में किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। इस वार्षिक कार्यक्रम में चीफ फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. राजीव अग्रवाल और आहार विद डॉ. माला मनराल और पार्किन्सन रोग से पीड़ित रोगियों, उनके देखभालकर्ताओं सहित 100 से अधिक लोगों ने भाग लिया।