Noida Student Suicide: नोएडा में 11वीं कक्षा की छात्रा ने घर में फंदा लगाकर की आत्महत्या, कारणों की जांच में जुटी पुलिस

Noida Student Suicide: नोएडा में 11वीं कक्षा की छात्रा ने घर में फंदा लगाकर की आत्महत्या, कारणों की जांच में जुटी पुलिस
नोएडा: सेक्टर-9 स्थित जेजे कॉलोनी में सोमवार शाम उस समय सनसनी फैल गई, जब कक्षा 11 में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने अपने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही फेज-1 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार, मृतक छात्रा का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के सेवकपुरवा गांव का रहने वाला है और वर्तमान में नोएडा की जेजे कॉलोनी, सेक्टर-9 में किराये के मकान में रह रहा था। परिवार में माता-पिता, एक बेटा और एक बेटी शामिल हैं। माता-पिता और बड़ा बेटा निजी कंपनियों में नौकरी करते हैं, जबकि बेटी वसुंधरा स्थित एक स्कूल में कक्षा 11 की छात्रा थी।
सोमवार को छात्रा रोज़ की तरह स्कूल गई थी और दोपहर बाद घर लौटी थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि घर लौटने के बाद छात्रा ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। देर शाम जब परिवार के अन्य सदस्य घर पहुंचे तो दरवाजा नहीं खुलने पर उन्हें शक हुआ। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा खोला गया, जिसके बाद छात्रा को फंदे से लटका हुआ पाया गया। इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
फेज-1 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का निरीक्षण किया। शव को नीचे उतारकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस का कहना है कि फिलहाल मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और परिजनों ने भी आत्महत्या के पीछे कोई स्पष्ट वजह नहीं बताई है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक छात्रा की पढ़ाई, पारिवारिक स्थिति, दोस्तों और स्कूल से जुड़े पहलुओं सहित हर बिंदु पर जांच की जा रही है। परिजनों और परिचितों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि छात्रा किसी मानसिक तनाव, पढ़ाई के दबाव या किसी अन्य समस्या से गुजर रही थी या नहीं।
इस घटना के बाद इलाके में शोक का माहौल है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही आत्महत्या के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा।




