Noida: 100 तरह के फूलों की खुशबू से महका नोएडा सेक्टर–8, पुष्प प्रदर्शनी में उमड़ा जनसैलाब

Noida: 100 तरह के फूलों की खुशबू से महका नोएडा सेक्टर–8, पुष्प प्रदर्शनी में उमड़ा जनसैलाब
नोएडा। सेक्टर-8 में आयोजित भव्य पुष्प प्रदर्शनी के अंतिम दिन रविवार को चार हजार से अधिक लोगों ने पहुंचकर फूलों की मोहक खुशबू और खूबसूरत रंगों का आनंद लिया। इस वर्ष प्रदर्शनी में 100 से अधिक फूलों की विशेष किस्मों को प्रदर्शित किया गया, जिनमें फूलों की विविधता, विशिष्ट आकृति और मनमोहक रंगों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रदर्शनी में आए लोग अपने परिवार और बच्चों के साथ विभिन्न फूलों के बीच सेल्फी लेते, तस्वीरें खिंचवाते और पौधों के बारे में जानकारी जुटाते नजर आए।
इस बार प्रदर्शनी में स्पून स्पाइडर नामक फूल सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र रहा, जिसके आकार और बनावट ने आगंतुकों का विशेष ध्यान खींचा। गुलदाउदी की सैकड़ों प्रजातियां भी प्रदर्शनी में मौजूद रहीं, जिन्हें देखने के लिए लंबी कतारें लगीं। नर्सरी के हार्टिकल्चर सुपरवाइजर नरेंद्र चौधरी ने बताया कि गुलदाउदी का पौधा तैयार करने में लगभग आठ महीने का समय लगता है। पौधों को कटिंग के माध्यम से तैयार किया जाता है और उनकी वृद्धि के लिए पानी एवं खाद का संतुलन बेहद जरूरी होता है।
उन्होंने कहा कि पौधों की मिट्टी को विशेष रूप से तैयार किया जाता है, जिसमें गोबर की खाद, बोनमील, निम्खली, सुपर फास्ट, फेस और यूरिया का मिश्रण पौधे की मजबूती और फूलों के बड़े आकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पौधों को बारिश के सीधे पानी से बचाया जाता है, क्योंकि अत्यधिक नमी से जड़ सड़ने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही, कीड़ों से बचाव के लिए 4–5 प्रकार के केमिकल्स का निश्चित अंतराल पर स्प्रे किया जाता है।
प्रदर्शनी में फॉलिएज, कोलियस, फर्न, गुलाब, पिटूनिया, पॉइंटसेटिया, कैलेंडुला जैसे पौधों ने भी अलग पहचान बनाई। पूरे आयोजन में रंग-बिरंगे फूलों की सजावट, आकर्षक फूलों की क्यारियां और रोशनी की सजावट ने दर्शकों को फूलों की दुनिया में खो जाने पर मजबूर कर दिया। इस प्रदर्शनी में आए लोगों ने बागवानी तकनीकों, पोषण प्रबंधन और पौधों की देखभाल से संबंधित कई महत्वपूर्ण बातें फ्लोरिस्ट और विशेषज्ञों से सीखीं।
गौरतलब है कि इससे पहले यह वार्षिक पुष्प प्रदर्शनी नोएडा स्टेडियम और नोएडा हाट में आयोजित होती थी, लेकिन इस बार इसका आयोजन सेक्टर-8 में किया गया, जिससे स्थानीय निवासियों की भारी भागीदारी देखने को मिली। प्रदर्शनी का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, गार्डनिंग को बढ़ावा देना और शहर में हरियाली को प्रोत्साहित करना है, जो सफलता की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुआ।
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