Noida Crime: नोएडा में टेलीग्राम के जरिये दोस्ती कर साइबर ठगों ने लगवाए 48 लाख से ज्यादा, फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर बड़ा फ्रॉड

Noida Crime: नोएडा में टेलीग्राम के जरिये दोस्ती कर साइबर ठगों ने लगवाए 48 लाख से ज्यादा, फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर बड़ा फ्रॉड
रिपोर्ट: अमर सैनी
नोएडा में एक और बड़ा साइबर फ्रॉड सामने आया है, जहां एक व्यक्ति से टेलीग्राम के माध्यम से दोस्ती कर फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर 48 लाख 60 हजार रुपये की ठगी कर ली गई। पीड़ित सेक्टर-62 निवासी संजीव ने साइबर क्राइम थाना में इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मामले की शुरुआत टेलीग्राम पर एक महिला, जिसने खुद को प्रिया शॉ बताया, की संजीव से दोस्ती से हुई। बातचीत धीरे-धीरे निजी रिश्तों की तरफ बढ़ी और आरोपी महिला ने संजीव का भरोसा जीतने के लिए झांसी स्थित एक कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया। वहीं उसे फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में बताया गया और निवेश के लिए प्रेरित किया गया।
ठगों ने विश्वास दिलाने के लिए शुरुआत में संजीव के खाते में 25,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 20 लाख रुपये) ट्रांसफर किए, जिससे संजीव को यह निवेश योजना असली और मुनाफे वाली लगी। इसके बाद महिला ने उससे कई बार में कुल 48 लाख 60 हजार रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवाए। जब संजीव को शक हुआ और उसने अपने पैसे वापस मांगने चाहे, तो महिला और उसका टेलीग्राम अकाउंट अचानक गायब हो गया। पीड़ित द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर साइबर थाना पुलिस ने उन सभी बैंक खातों की जांच शुरू कर दी है जिनमें ठगी की रकम भेजी गई थी। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह ठग अंतरराज्यीय या संभवतः अंतरराष्ट्रीय गिरोह का हिस्सा हो सकते हैं, जो टेलीग्राम, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर लोगों को जाल में फंसा रहे हैं।
नोएडा साइबर क्राइम सेल के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के मामलों में सावधानी बेहद जरूरी है। सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से बने रिश्तों के आधार पर किसी भी प्रकार का निवेश या पैसों का लेन-देन जोखिम भरा हो सकता है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि ऐसे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या साइबर सेल को दें। फिलहाल साइबर पुलिस ठगों के डिजिटल फुटप्रिंट, बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और टेलीग्राम आईडी की गहन जांच कर रही है, ताकि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर पीड़ित को न्याय दिलाया जा सके।