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नोएडा में दोबारा से शुरू होगी “सफाईगिरी

नोएडा में दोबारा से शुरू होगी "सफाईगिरी

अमर सैनी

नोएडा। शहर की समस्या को लेकर मंगलवार को नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने फोनरवा पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री, विशेष कार्याधिकारी एमपी अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी वंदना त्रिपाठी के अलावा तमाम अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर फोनरवा अधिकारियों ने अपने-आपने सेक्टरों की समस्याओं से सीईओ को अवगत कराया।

बताया कि नोएडा के कई सेक्टर में में पेयजल से संबंधित समस्या है। यहां पानी की गुणवत्ता खराब है। सीवर ओवर फ्लो और जाम है। विभिन्न सेक्टरों में नालों की सफाई जिसमें मुख्य तौर से शाहदरा ड्रेन की साफ-सफाई, नई सीवर लाइन बिछाने व सुपर सकर मशीनों से विभिन्न सेक्टरों में सीवर की सफाई कराने के लिए कहा गया। सेक्टरों में आवारा कुत्तों के स्टरलाईजेशन व शेल्टरो में उत्पन्न हो रही समस्याओं से अवगत कराया गया।पार्क , ग्रीन बैल्ट की देख रेख सही प्रकार से न होना। विभिन्न सेक्टरों, पार्क की बाउंडरी वॉल की मरम्मत, ऊंचाई बढ़ाने के लिए कहा गया। फोनरवा पदाधिकारियों ने आवासीय सेक्टरों में अतिक्रमण व अवैध रूप से वाणिज्यिक गतिविधियों के संचालित होने की शिकायत की गई। सेक्टर-117 व सेक्टर-122 में प्राधिकरण की भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत की गई। जिस पर तत्काल कार्यवाही के लिए निर्देश दिये गये। अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी को निर्देश दिए गए कि शहर में पानी एवं सीवर ओवरफ्लो की समस्या के समाधान के लिए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

दोबारा से शुरू की जाएगी सफाई गिरी
पहले रोज शनिवार को प्राधिकरण स्तर से आरडब्ल्यूए के साथ सफाई गिरी का कार्यक्रम होता था। ये विगत कई माह से नहीं किया जा रहा है। निर्देश दिये गए दोबारा से प्रत्येक शनिवार को आरडब्ल्यूए के सहयोग से दो सेक्टरों में सफाई गिरी का कार्य कम किया जाए। जिससे शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार लाया जा सके। इस साल प्राधिकरण द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण में 7 स्टार श्रेणी में प्रतिभाग किया जाना है। इस उद्देश्य से भी सेक्टरों की आरडब्ल्यूए की इस कार्य में सहभागिता बढ़ायी जाये। पार्क में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाये जाने की मांग की गयी।

पार्को में बने वाटर हार्वेस्टिंग को सही किया जाए
फोनरवा द्वारा अवगत कराया गया है कि पार्क में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बने है लेकिन उनका रख-रखाव उचित ढंग से नहीं किया जाता है। निर्देश दिये गये है कि सभी पार्क में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाये जाये व उनके अनुरक्षण पर उचित ध्यान दिया जाये। उनके रख-रखाव की स्थिति की एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। फोनरवा द्वारा बिजली की केबिल को भूमिगत किये जाने की मांग की गई। इस संबंध में बताया गया कि 200 करोड़ रुपए फंड तय किया गया है।

 

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