अमर सैनी
नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टैंक फार्म तक 34 किलोमीटर लंबी विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) पाइपलाइन बिछाई जाएगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के बीच इसको लेकर समझौता हुआ। पाइपलाइन कार्बन उत्सर्जन को कम करते हुए एयरपोर्ट की एटीएफ मांग को पूरा करेगी। सितंबर अंत तक एयरपोर्ट से विमानों की उड़ान प्रस्तावित है। ऐसे में कार्यों को गति दी जा रही है।
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड अपने पियाला टर्मिनल से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टैंक फार्म तक पाइपलाइन बिछाएगा। बीपीसीएल का पियाला टर्मिनल हरियाणा के फरीदाबाद में है। यह पाइपलाइन 34 किलोमीटर की होगी और एयरपोर्ट परिसर के भीतर 1.2 किलोमीटर लंबी होगी। पाइपलाइन के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सकेगा, जिससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं होगा। यह लाइन पूरी तरह भूमिगत होगी, जो ईंधन प्राप्ति की प्रक्रिया को आसान बनाएगी। इससे टैंकरों की आवाजाही बंद होगी और कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
बीपीसीएल के निदेशक (विपणन) सुखमल जैन ने कहा कि कंपनी भारत में हवाई अड्डों और संबद्ध बुनियादी ढांचे पर एटीएफ सुविधाएं स्थापित करने में आगे रही है। बीपीसीएल सड़क के जरिये के ईंधन परिवहन को कम कर कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने को लेकर प्रतिबद्ध है। हवाई अड्डे की मुख्य परिचालन अधिकारी किरण जैन ने कहा यह कदम कार्बन उत्सर्जन को कम करेगा।