
नई दिल्ली/विशाखापत्तनम, 23 जून : स्वदेशी तकनीक से निर्मित अत्याधुनिक स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस नीलगिरी रविवार को पूर्वी नौसेना कमान में औपचारिक रूप से शामिल हो गया। यह प्रोजेक्ट 17ए के तहत निर्मित प्रथम युद्धपोत है, जिसे ‘ईस्टर्न स्वॉर्ड-सनराइज़ फ्लीट’ का भाग बनाया गया है।
मुंबई में निर्माण पूर्ण करने के बाद अब आईएनएस नीलगिरी ने विशाखापत्तनम, जिसे ‘सिटी ऑफ डेस्टिनी’ कहा जाता है, को अपना स्थायी होम पोर्ट बना लिया है। यह युद्धपोत अपने प्रेरणास्पद आदर्श वाक्य ‘अदृश्य बल, अजेय शौर्य’ के साथ भारतीय नौसेना की सामरिक क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि आईएनएस नीलगिरी तथा इसके समान अन्य युद्धपोत पूर्वी समुद्री सीमा पर भारत की उपस्थिति को और भी सशक्त बनाएंगे और हिंद महासागर क्षेत्र में रणनीतिक संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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