
नई दिल्ली, 26 जून : मेनोपॉज या रजोनिवृत्ति महिलाओं के जीवन में आने वाला एक प्राकृतिक बदलाव है, जो हार्मोन के स्तर में परिवर्तन की वजह से होता है। इस शारीरिक और भावनात्मक परिवर्तन को जीवन के एक उत्सव के रूप में स्वीकार करने की जरूरत है। ताकि मेनोपॉज संबंधी तनाव या चिंता का उचित प्रबंधन किया जा सके।
यह बातें आरएमएल अस्पताल की सीएमओ डॉ. नमिता चोपड़ा ने वीरवार को कही। उन्होंने बताया कि आमतौर पर मेनोपॉज 45 से 55 वर्ष की आयु के बीच होता है, लेकिन यह 40 की उम्र में भी शुरू हो सकता है। मेनोपॉज के दौरान, महिलाओं के शरीर में हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव होता है, जिससे कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इन लक्षणों में अनियमित मासिक धर्म, हॉट फ्लैशेस, रात को पसीना आना, नींद संबंधी परेशानी, मूड स्विंग होना, वजन बढ़ना और जोड़ों में दर्द शामिल हैं। इसके अलावा महिलाओं में भुलक्कड़पन और हड्डियां कमजोर होने की समस्या के साथ हार्ट अटैक के जोखिम बढ़ जाते हैं।
मेनोपॉज में क्या करें ?
डॉ. चोपड़ा ने कहा, मेनोपॉज की स्थिति में महिलाओं को जीवनशैली में बदलाव लाने की जरुरत होती है। वजन नियंत्रित करें। रोजाना व्यायाम करें। इससे नींद में सुधार होता है और मूड अच्छा रहता है। खाने में घी, तेल या वसा ज्यादा ना लें। विटामिन -डी और कैल्शियम, प्रोटीन और ओमेगा फैटी ज्यादा मात्रा में लें। फल, सब्जियां, और साबुत अनाज जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करें। तनाव कम करने के लिए योग, ध्यान, या गहरी सांस लेने जैसी तकनीकों का अभ्यास करें। धूम्रपान और शराब से बचें, ये दोनों चीजें मेनोपॉज के लक्षणों को बढ़ा सकती हैं।
चिकित्सा उपचार ?
मेनोपॉज की समस्या से निपटने के लिए हार्मोन थेरेपी ली जा सकती है। इसमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन दिए जाते हैं। इसके अलावा कुछ गैर-हार्मोनल दवाएं भी उपलब्ध हैं जो मेनोपॉज के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं। यदि मेनोपॉज के लक्षण गंभीर हैं या जीवनशैली और आहार में बदलाव से आराम नहीं मिल रहा है, तो डॉक्टर से परामर्श करें। मूड स्विंग व भूलने की बीमारी के लिए मनोचिकित्सक से भी सलाह ली जा सकती है।
भावी डॉक्टरों के लिए सीएमई का आयोजन
डॉ. चोपड़ा ने बताया कि इस संबंध में आरएमएल के स्त्री रोग विभाग की ओर से शनिवार को एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में एक सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) का आयोजन किया जाएगा। इसमें मेनोपॉज संबंधी 9 प्रकार की चिकित्सा संबंधी विशेषज्ञ अपने अपने अनुभव साझा करेंगे और मेडिकल छात्रों व नर्सिंग अधिकारियों को मेनोपॉज मैनेजमेंट से अवगत कराएंगे।