
नई दिल्ली, 25 अगस्त : युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे ने सोमवार को “गिविंग विंग्स टू ड्रीम्स कॉन्क्लेव 2025” का उद्घाटन किया। स्पोर्ट्सकॉम द्वारा शंगरीला इरोज दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में भारत को ‘खेल महाशक्ति’ बनाने और भारतीय खेल पारिस्थितिकी तंत्र के भविष्य पर चर्चा की गई। साथ ही निवेश, खेल विज्ञान, विनिर्माण और खेल स्टार्टअप्स के विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया गया।
रक्षा खडसे ने कहा, यदि एथलीटों को शुरुआती वर्षों में खेल विज्ञान से परिचित नहीं कराया जाता है, तो उनके सुनहरे वर्ष बर्बाद हो जाते हैं। उन्होंने खेल क्षेत्र से सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल अपनाने का आह्वान किया और स्टार्टअप्स से खेलों में निवेश करने का आग्रह किया ताकि भविष्य के चैंपियन तैयार करने में मदद मिल सके। उन्होंने खेल विज्ञान में अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) बढ़ाने की आवश्यकता और शारीरिक शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप, प्रौद्योगिकी और प्रशिक्षण के माध्यम से खेल प्रतिभाओं को उन्नत किया जाना चाहिए।