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नई दिल्ली: कार में कर रहे थे अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण

नई दिल्ली: -लिंग परीक्षण के लिए पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन का किया जा रहा था इस्तेमाल

नई दिल्ली, 14 अक्तूबर: राजधानी दिल्ली में महिला लिंगानुपात में गिरावट के पीछे अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण को एक बड़ी वजह माना जाता है। जो दिल्ली सहित एनसीआर के शहरों में चोरी -छिपे लगातार चल रहा है। मंगलवार को ऐसा ही एक मामला दिल्ली से सटे गाजियाबाद इलाके में सामने आया जहां एक व्यक्ति पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन के जरिये महिला के भ्रूण के लिंग की जांच कार में कर रहा था। हालांकि छापेमारी के दौरान आरोपी और दलाल मौके से भागने में कामयाब रहे।

जिला स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अधिकारियों को प्रसव पूर्व अवैध रूप से लिंग परीक्षण किए जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद छापेमारी की कार्रवाई के लिए टीम गठित की गई। टीम में गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग संजोग व जिला समन्वयक उमेश गुप्ता को शामिल किया गया। डॉ. संजोग ने अवैध लिंग परीक्षण करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए एक जाल बिछाया और एक गर्भवती महिला को डिकोय के तौर पर तैयार किया।

डिकोय के माध्यम से दलाल आसिफ के साथ 17500 रुपए में सौदा तय हुआ और दलाल को ऑनलाइन पेमेंट की गई। मंगलवार को दलाल आसिफ ने डिकोय को मुरादनगर मेट्रो स्टेशन के पास बुलाया और वहां से डिकोय को बाइक पर बैठाकर गांव मटियाला के पास एक पुलिया पर ले गया, जहां पहले से एक वैगनआर गाड़ी खड़ी थी। गाड़ी में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन द्वारा डिकोय के भ्रूण का लिंग परीक्षण किया गया और उसे बताया कि गर्भ में लड़की है।

इसके बाद दलाल डिकोय को बाइक पर बैठाकर जैसे ही वापस लेकर चला, तभी आरोपी ने विभाग की टीम को आते हुए देख लिया। आरोपी वैगनआर गाड़ी सहित फरार हो गया। वहीं, दलाल भी डिकोय को रास्ते में उतारकर कच्चे रास्ते से बाइक लेकर भाग गया। नोडल अधिकारी ने बताया कि गाड़ी का नंबर नोट कर लिया गया था, जिसे पुलिस को दे दिया गया है। पुलिस गाड़ी नंबर के आधार पर वैगनआर कार की तलाश कर रही है।

पूर्व में भी भागने में कामयाब हुआ था आरोपी
विभागीय जानकारी के अनुसार बीते वर्ष जुलाई 2024 में भी मसूरी में ईस्टर्न पेरिफेरल के नीचे कार में अवैध लिंग परीक्षण का कार्य किया जा रहा था। टीम द्वारा छापेमारी में आरोपी गाड़ी समेत फरार हो गया था। हालांकि, दलाल महिला को पकड़ लिया गया था।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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