राज्यट्रेंडिंग

Maratha Aarakshan Protest: मनोज जरांगे ने नींबू पानी पीकर तोड़ा अनशन, CM फडणवीस ने कहा- कभी गाली देंगे तो कभी माला पहनाएंगे

Maratha Aarakshan Protest: मनोज जरांगे ने सरकार से आश्वासन मिलने के बाद नींबू पानी पीकर अनशन तोड़ा। CM फडणवीस और मंत्रियों ने दी प्रतिक्रिया।

Maratha Aarakshan Protest: मनोज जरांगे ने सरकार से आश्वासन मिलने के बाद नींबू पानी पीकर अनशन तोड़ा। CM फडणवीस और मंत्रियों ने दी प्रतिक्रिया।

Maratha Aarakshan Protest: मनोज जरांगे ने तोड़ा अनशन

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा मनोज जरांगे का अनशन आखिरकार खत्म हो गया। सरकार से आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने मंच से घोषणा की कि सरकार ने हमारी मांगें मान ली हैं। इसे उन्होंने मराठा समाज की बड़ी जीत बताया।

जरांगे ने सरकार को दी चेतावनी, कहा- 'नहीं मानी मांगें तो पानी पीना भी कर देंगे बंद' - India TV Hindi

Maratha Aarakshan: नींबू पानी पीकर तोड़ा अनशन

मनोज जरांगे ने जल संसाधन मंत्री और मंत्रिमंडलीय उपसमिति अध्यक्ष राधाकृष्ण विखे-पाटिल के हाथों नींबू पानी पीकर अपना अनशन तोड़ा।
उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वे आज रात 9 बजे तक शांति से मुंबई छोड़ दें।

Maratha Aarakshan: CM देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया

अनशन खत्म होने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा:

“मुझे खुशी है कि यह अनशन आज समाप्त हुआ। सबूत के तौर पर हैदराबाद गजेटियर काम आएगा और मराठा समाज को इससे बड़ा लाभ होगा।”

फडणवीस ने आगे कहा कि राजनीति में कभी पत्थर भी मिलते हैं, कभी गालियां और कभी माला। उन्होंने स्पष्ट किया कि OBC और मराठा समाज के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है।

महाराष्ट्र के मंत्रियों का बयान

मंत्री राधाकृष्ण विखे-पाटिल ने स्टेज से कहा कि इस निर्णय के लिए वे मुख्यमंत्री फडणवीस का आभार व्यक्त करते हैं। साथ ही उन्होंने उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार के सहयोग की भी सराहना की।

आज की बड़ी सुर्खियां 27 जनवरी 2024 : मराठा आंदोलन खत्म, महाराष्ट्र सरकार ने मानी मांगें

Realme GT 6 भारत में लॉन्च होने की पुष्टि। अपेक्षित स्पेक्स, फीचर्स, और भी बहुत कुछ

Maratha Aarakshan: मनोज जरांगे ने अनशन खत्म करने पर क्या कहा?

मनोज जरांगे ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा:

“आज मराठा समाज के लिए दिवाली जैसा दिन है। अब आप सभी लोग संभलकर अपने-अपने गांव लौटें।”

Related Articles

Back to top button