
अमर सैनी
गाजियाबाद। सिहानी गेट क्षेत्र के राकेश मार्ग पर मोहित के साथ किराए के मकान में रह रही सफीना खातून की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। आरोप है कि इसके बाद मोहित ने उसका शव दिल्ली में कापसहेड़ा क्षेत्र में श्मशान घाट के पास फेंक दिया और फरार हो गया। दिल्ली पुलिस को लावारिस शव बरामद हुआ। इसके बाद उसकी शिनाख्त हुई। इस मामले में सफीना के पिता मंसूर आलम ने सिहानी गेट थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है।
मंसूर आलम ने पुलिस को बताया कि वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। यहां वह दौलतनगर में रहते हैं। कुछ समय पहले उनकी बेटी सफीना खातून के पास मोहित नाम के युवक का फोन आया। उसने उसे नौकरी का झांसा दिया। इसके बाद सफीना दो महीने से उसके साथ राकेश मार्ग पर रह रही थी। आरोप है कि उनकी बेटी ने कई बार उन्हें मोहित द्वारा मारपीट किए जाने की जानकारी दी। 29 जून को अख्तर नाम के युवक ने उन्हें फोन कर बताया कि उनकी बेटी की मौत हो गई है। उसने उन्हें एक वीडियो भी भेजा। उन्होंने उसकी तलाश की तो दिल्ली में मिले शव की पहचान उनकी बेटी के रूप में हुई। उसके मुंह से झाग निकल रहा था। आशंका है कि उसने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की है या फिर उसे जहरीला पदार्थ खिलाया गया है। एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि दिल्ली में एक महिला का शव मिलने की सूचना मिली थी। उसकी पहचान सफीना खातून के रूप में हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट होगा। शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी सफीना को कैब में बैठाकर दिल्ली ले गए थे। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।